टीटीई की नही चलेगी मनमर्जी,बीकानेर मंडल की इन 5 जोड़ी ट्रेनों में एचएचटी से टिकट चेकिंग प्रणाली लागू, ऐसे काम करेगी
बीकानेर@जागरूक जनता। उत्तर पश्चिम रेलवे बीकानेर मंडल ने 01 अगस्त से ट्रेन संख्या 14721 बठिंडा-जोधपुर तथा 02 अगस्त से अबोहर-जोधपुर में हैंड हेल्ड टर्मिनल (एच एच टी) से टिकट चेकिंग कार्य प्रणाली लागू जा रही है।इस ट्रेनों में बीकानेर मंडल का स्टाफ बीकानेर और बठिंडा के बीच तथा जोधपुर मंडल का स्टाफ जोधपुर और बीकानेर के मध्य कार्य संभालेगा। इस के साथ ही बीकानेर मंडल ने एचएचटी कार्य प्रणाली 5 जोड़ी ट्रेनों में लागू कर दी है। अन्य 9 जोड़ी ट्रेनों में भी इस प्रणाली लागू करने के लिए पहचान कर ली गई है। श्रीगंगानगर, हिसार और कोटा( पश्चिम मध्य रेलवे) के स्टाफ वाली 4 जोड़ी ट्रेनों में भी यह प्रणाली शीघ्र लागू कर दी जाएगी। मंगलवार से 5 जोड़ी ट्रेनों में एच एच टी प्रणाली लागू कर दी जाएगी।
ऐसे काम करेगी एचएचटी मशीन
यह एचएचटी मशीन सीधे रेलवे के सर्वर से कनेक्ट होगा। इसमें एक सिम लगा रहेगा, जिसके जरिए आनॅलाइन टिकट चेकिंग से लेकर कैंसिलेशन तक का काम होगा। अब ट्रेनों में भी आरक्षित टिकट की जांच तथा खाली उपलब्ध सीट दूसरे यात्रियों को मुहैया कराने के लिए हैंड हेल्ड टर्मिनल (एचएचटी) उपकरण का उपयोग किया जाएगा। इसके उपयोग से टीटीई के कार्य में पारदर्शिता आएगी तथा ट्रेन के संचालन के दौरान खाली बर्थ का उपयोग भी रेल रिकाॅर्ड के साथ होगा। इस एचएचटी से अब टिकट निरीक्षक चार्ट के स्थान पर इसमें यात्री का विवरण देख सकेंगे, जिससे कागज की बचत के साथ ही मैन पावर की भी बचत होगी।
टीटीई की लोकेशन भी देगी एचएचटी मशीन
टीटीई अब ड्यूटी से गायब भी नहीं रह पाएंगे। यह मशीन टीटीई के ड्यूटी पर रहने के साथ उनकी पोजीशन की भी जानकारी देगा। हेडक्वार्टर में बैठे अधिकारी टीटीई पर भी नजर रख सकेंगे। वहीं टीटीई के चार्ट के बोझ से भी छुटकारा मिलेगा। वहीं अब चाहकर भी टीटीई बर्थ को अपनी मर्जी से किसी को नही दे पाएंगे। क्योंकि अब बर्थ आनॅलाइन ही चेकिंग या कैंसिल होगा। ऐसे में खाली बर्थ को दूसरे यात्रियों को नहीं दे पाएंगे।