जाट कालेज के अखाड़े में हुए नृशंस हत्याकांड के मामले में फरार चल रहे आरोपित सुखविंद्र कोच पर एक लाख का इनाम घोषित कर दिया गया है। आरोपित को पकड़ने के लिए थाना पुलिस और सीआईए के अलावा एसटीएफ की टीम भी लगा दी गई है। एसपी राहुल शर्मा ने शनिवार को पीजीआई थाने में प्रेसवार्ता कर इस पूरे मामले की जानकारी दी।
रोहतक। जाट कालेज के अखाड़े में हुए नृशंस हत्याकांड के मामले में फरार चल रहे आरोपित सुखविंद्र कोच पर एक लाख का इनाम घोषित कर दिया गया है। आरोपित को पकड़ने के लिए थाना पुलिस और सीआईए के अलावा एसटीएफ की टीम भी लगा दी गई है। एसपी राहुल शर्मा ने शनिवार को पीजीआई थाने में प्रेसवार्ता कर इस पूरे मामले की जानकारी दी। उधर, पीजीआई में पांचाें मृतकों का पोस्टमार्टम चल रहा है। एसपी राहुल शर्मा ने पीजीआइ पहुंच कर पीड़ितों को सुरक्षा का आश्वासन दिया है।
किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जिन हाथों से कोच सुखविंद्र कुश्ती के दांव-पेंच सिखाता है एक दिन उन्हीं हाथों में हथियार थाम लेगा और चंद सेंकेंड में ही कई परिवारों को उजाड़कर रख देगा। हत्यारे सुखविंद्र मोर के दिमाग में कई दिनों से हत्याकांड की साजिश चल रही थी। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह पिछले कई दिनों से प्रेक्टिस के दौरान भी बार-बार कहता था कि कुछ बड़ा करूंगा। कुछ ऐसा करूंगा कि सब मुझे याद करेंगे। लेकिन किसी को भी यह आभास नहीं था कि वह अंदर ही अंदर इतनी खतरनाक साजिश बना रहा है।
आरोपित ने पूरे योजनाबद्ध तरीके से नृशंस हत्याकांड को अंजाम दिया। खास बात यह है कि आरोपित ने कोच मनोज मलिक के सामने भी यह जाहिर नहीं होने दिया कि उसके मन में इतनी रंजिश चल रही है। आरोपित का मकसद था कि मनोज और उसके परिवार को मौत के घाट उतारने के बाद वह आराम से निकल जाएगा। इसलिए उसने कमरे का ताला बंद कर वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन तभी कोच सतीश दलाल, कोच प्रदीप, कोच अमरजीत और महिला पहलवान पूजा ऊपर की तरफ दौड़े। जिस पर आरोपित ने अंधाधुंध गोलियां बरसा दी। यह बात किसी के भी गले नहीं उतर रही कि सुखविंद्र मोर ऐसा कर सकता है।
गोली लगने से घायल अमरजीत मेहर सिंह अखाड़े का कोच है। मेहर सिंह अखाड़े के पहलवानों ने बताया कि देर शाम उनके कोच अमरजीत के पास सुखविंद्र मोर का फोन आया। जिसने यह कहा कि वह नौकरी लगवा देगा एक बार अखाड़े में आ जाओ। फोन आने के बाद अमरजीत वहां पर चला गया। तभी आरोपित ने उसे भी गोली मार दी।
कुछ ऐसी वजहें सामने आई हैं जिससे ये कयास लगाया जा रहा है कि सुखविंद्र ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है। इसमें पहली वजह एकतरफा प्रेम माना जा रहा है। एफआईआर में मनोज के भाई प्रमोज ने पुलिस को शिकायत में बताया कि 4-5 दिन पहले यहां अखाड़े में प्रैक्टिस करने वाली महिला पहलवान के घर वालों ने सुखविंद्र के खिलाफ शिकायत दी थी। शिकायत में बताया था कि सुखविंद्र पूजा को परेशान कर रहा है और उस पर शादी का दबाव बना रहा है। इसके बाद मनोज ने सुखविंद्र को अखाड़े में कोचिंग देने के लिए आने से मना कर दिया था। इसी बात की रंजिश सुखविंद्र रखे हुए था। इसी शिकायत को आधार मानकर पुलिस ने सुखविंद्र और उसके साथियों पर केस दर्ज किया है।
दूसरी वजह यह थी कि जाट कालेज के अखाड़े में मनोज मलिक हेड कोच के पद पर था। जबकि सुखविंद्र उसके अंडर काम करता था। इससे पहले सुखविंद्र वहां पर सीनियर हुआ करता था। विवाद की एक वजह यह भी थी। तीसरी वजह ये है कि सुखविंद्र का कोच सतीश दलाल के साथ भी विवाद था। कई बार उनके बीच समझौते के प्रयास भी हुए, लेकिन बात नहीं बन सकी। हत्याकांड के पीछे यह वजह भी मानी जा रही है।
चौथी वजह यह है कि आरोपित सुखविंद्र और उसकी पत्नी को परिवार ने भी चल-अचल संपत्ति से बेदखल कर रखा था। इस वजह से भी सुखविंद्र काफी तनाव में रहता था। आशंका है कि हत्याकांड की एक वजह यह भी हो सकती है। नृशंस हत्याकांड के बाद पीजीआइएमएस में भी भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। देर रात वहां पर अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। इसके अलावा जाट कालेज के अखाड़े और मेहर सिंह अखाड़े पर भी पुलिस की पीसीआर तैनात की गई है। पुलिस को डर है कि आरोपित अभी फरार चल रहा है। कहीं वह अन्य किसी वारदात को अंजाम ना दे दें।