इटली के टस्कनी में एक 23 वर्षीय महिला को फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन की छह खुराकें दे दी गई। इम्यून सिस्टम पर निगरानी रखने के लिए 24 घंटे अस्पताल में रखा गया।
रोम। इटली में एक महिला को कोरोना वैक्सीन की गलती से छह खुराकें दे दी। महिला की उम्र 23 साल है और उसे फाइजर बायोएनटेक की छह खुराकें गलती से दे दी गई। महिला पर वैक्सीन की इतनी खुराकों का कोई गलत असर ना पड़े, इसके लिए उसे अस्पताल में निगरानी पर रखा गया।
हालांकि अब महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। केंद्रीय इटली के टस्कनी में नोआ अस्पताल में महिला फाइजर वैक्सीन की छह खुराकें दे दी गईं। अस्पताल के प्रवक्ता डेनिएला ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मरीज को 24 घंटे के लिए अस्पताल प्रशासन की निगरानी में रखा गया।
गलती से एक ही शीशी की सारी खुराक सीरींज में डालकर लगा दी
उन्होने आगे कहा कि महिला का स्वास्थ्य ठीक है। 24 घंटे की निगरानी के बाद सोमवार को महिला को छोड़ा गया। एक हेल्थ वर्कर ने वैक्सीन वाली सीरींज में पूरी शीशी की वैक्सीन ले ली और महिला को लगा दी। जबकि उस शीशी में वैक्सीन की छह खुराकें होती हैं। जल्द ही हेल्थ वर्कर को अपनी गलती का एहसास हुआ और महिला को इसके बारे में बताया गया।
डॉक्टर ने मरीज के इम्यून रिस्पांस की निगरानी की
अस्पताल प्रवक्ता ने बताया कि हेल्थ वर्कर ने जब पांच खाली सीरींज देखी तो अपनी गलती को महसूस किया। उन्होंने कहा कि डॉक्टर लगातार महिला मरीज के इम्यून रिस्पांस की निगरानी कर रहे थे कि इतनी खुराक एक साथ लेने के बाद ये कैसे प्रतिक्रिया देगा।
इटली में स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लेना जरूरी
बता दें कि महिला अस्पताल के मनोवैज्ञानिक विभाग में इंटर्न थी। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि इस मामले को लेकर आंतरिक जांच बैठा दी गई है। उन्होंने कहा कि ये पूरी तरह से मानवीय गलती है और इसे जानबूझकर नहीं किया गया है। अप्रैल की शुरुआत में इटली की सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों और फार्मेसी कर्मचारियों को वैक्सीन लगाना जरूरी कर दिया था। अगर कोई स्वास्थ्य कर्मी वैक्सीन लेने से मना करता है तो उसे ऐसी जगह पर काम करने दिया जाएगा, जहां किसी कोरोना मरीज से बेहद कम संपर्क हो।