16 जनवरी को टीकाकरण (Covid Vaccination) शुरू हुआ तो कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सिन में दो डोज का गैप 28-42 दिन का रखा गया था. पर 22 मार्च को कोविशील्ड के दो डोज का अंतर 4-6 हफ्ते से बढ़ाकर 6-8 हफ्ते किया गया. फिर 13 मई को यह गैप बढ़ाकर 12-16 हफ्ते कर दिया गया.
जागरूक जनता नेटवर्क
नई दिल्ली. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Mohfw) ने एक बार फिर कोविशील्ड (Covishield) के पहले और दूसरे डोज के बीच का अंतर कम कर दिया है. दूसरे डोज का गैप दो बार बढ़ाया गया, लेकिन इस बार यह गैप घटाया गया है. ये सिर्फ उनके लिए है, जो विदेश यात्रा पर जा रहे हैं. नई गाइडलाइन के बाद अब कुछ श्रेणियों के लिए 84 दिन का इंतजार करने की जरूरत नहीं है. अब 28 दिन के बाद भी कोविशील्ड का दूसरा डोज लगाया जा सकता है. हालांकि, कोवैक्सीन (Covaxin) के लिए दो डोज के बीच का अंतर अभी भी 28 दिन ही है. उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है.
कोविशील्ड के दोनों डोज के गैप में तीसरी बार बदलाव किया गया है. 16 जनवरी से शुरू हुए वैक्सीनेशन (Vaccination In India) में पहले 28 से 42 दिन तका अंतर था. फिर 22 मार्च को यह गैप बढ़ाकर 6-8 हफ्ते कर दिया गया. इसके बाद 13 मई को यह अंतर 12-16 हफ्ते कर दिया गया.
क्या कहती है नई गाइडलाइन?
स्वास्थ्य मंत्रालय की नई गाइडलाइन उनके लिए है, जिनको कोविशील्ड का पहला डोज लग चुका है और उन्हें विदेश यात्रा पर जाना है. यह विदेश यात्रा पढ़ाई, रोजगार और ओलंपिक टीम के लिए हो सकती है. ऐसे लोगों को कोविशील्ड के दूसरे डोज के लिए 84 दिन का इंतजार नहीं करना होगा. वह इससे पहले भी दूसरी डोज भी लगवाया जा सकता है.
इससे पहले पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने मंगलवार को कहा कि उन लोगों को कोविशील्ड की पहली खुराक के 28 दिन के अंतराल के बाद दूसरी खुराक दी जाएगी, जिनके लिए विशेष कारणों से विदेश जाना जरूरी है. सिद्धू ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा नामित योग्य प्राधिकारी 84 दिन के तय अंतराल से पूर्व दूसरी खुराक देने के लिए अनुमति देने से पहले जांच करेंगे.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 28 दिन पहले पहली खुराक ले चुके ऐसे लोगों को टीके मुहैया कराने की सिफारिश की है. सिद्धू ने एक बयान में कहा कि इस संबंध में आगे की कार्रवाई के लिए सभी उपायुक्तों को निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि अधिकतर लाभार्थियों का टीकाकरण किया जा सके.