सरकार ने DA में 4% की बढ़ोतरी की है। मतलब, अगर पहले आपका महंगाई भत्ता 46% था, तो अब यह 50% हो जाएगा।
नई दिल्ली | केंद्र सरकार ने 7वें वेतन आयोग के तहत केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ता (DA) में 4% की वृद्धि की घोषणा की है, जो 1 जुलाई 2024 से लागू होगी। इस वृद्धि के बाद महंगाई भत्ता अब 46% से बढ़कर 50% हो जाएगा। महंगाई भत्ते में यह सुधार कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI-IW) के आधार पर किया गया है, जो देश में महंगाई की दर को दर्शाता है। इस वृद्धि का उद्देश्य कर्मचारियों की काम करने की शक्ति को बनाए रखना है, जिससे वे महंगाई के बढ़ते असर से निपट सकें। हर साल जुलाई के महीने में सरकार कर्मचारियों को दोहरा फायदा देती है। इस महीने में महंगाई भत्ते में इजाफा तो होता ही है और इसके साथ ही कर्मचारियों की सैलरी में भी बढ़ोतरी होती है। इसका फायदा निचले स्तर के कर्मचारी से लेकर उच्च पद के अधिकारियों तक को मिलता है।
अभी सरकार ने DA में 4% की बढ़ोतरी की है। मतलब, अगर पहले आपका महंगाई भत्ता 46% था, तो अब यह 50% हो जाएगा। उदाहरण के लिए, अगर आपका मूल वेतन 20,000 रुपये है, तो पहले आपको 9,200 रुपये (46% DA) मिलता था। अब यह बढ़कर 10,000 रुपये (50% DA) हो जाएगा। इससे आपके मासिक वेतन में 800 रुपये का इजाफा होगा। इसका मतलब है कि कर्मचारी का डीए 800 रुपये बढ़ोगा यानी जुलाई की सैलरी में कर्मचारी को 800 रुपये ज्यादा मिलेगा।
पिछली बढ़ोतरी: अक्टूबर 2023 में भी सरकार ने 4% की वृद्धि की थी, जो जुलाई 2023 से लागू हुई थी। उस समय महंगाई भत्ता 42% से बढ़कर 46% हुआ था।
सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को लाभ सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को महंगाई भत्ते (DA) में 4% की वृद्धि से बड़ा फायदा होगा। इससे करीब 48.67 लाख केंद्रीय कर्मचारी और 67.95 लाख पेंशनभोगियों को लाभ होंगा।
कैसे फायदा होगा?
महंगाई भत्ता कर्मचारियों की तनख्वाह का वह हिस्सा है जो उन्हें महंगाई के प्रभाव से बचाने के लिए दिया जाता है। इससे उनकी मासिक आय में सीधा बढ़ोतरी होती है। जैसे ही यह बढ़ोतरी लागू होगी, कर्मचारियों की आय में वृद्धि हो जाएगी, जिससे उनकी काम करने की शक्ति भी बढ़ेगी। यह बढ़त खास तौर से उन कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण है जो अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए महंगाई भत्ते पर निर्भर हैं।
सोचिए कि अगर आपकी तनख्वाह में अचानक से थोड़ी वृद्धि हो जाए, तो इससे आपकी जेब में हर महीने कुछ अतिरिक्त पैसे आ जाएंगे। यही काम महंगाई भत्ता करता है। यह कर्मचारियों को महंगाई के बढ़ते दबाव से थोड़ी राहत देने के लिए दिया जाता है, ताकि वे अपनी जरूरतों को पूरा कर सकें।
इस तरह की बढ़ोतरी सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए आर्थिक दृष्टि से काफी राहत लेकर आती है। उनके खर्चे को संभालने में यह मददगार साबित होती है और उन्हें महंगाई से बेहतर तरीके से निपटने की शक्ति मिलती है।
महंगाई भत्ता (DA) क्या है?
महंगाई भत्ता एक वेतन का हिस्सा है, जिसे महंगाई के प्रभाव को संतुलित करने के लिए दिया जाता है। यह भत्ता केंद्रीय कर्मचारियों के लिए वर्ष में दो बार बढ़या जाता है – एक जनवरी में और दूसरा जुलाई में। इसकी गणना का फॉर्मूला 7वें वेतन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार निर्धारित किया गया है।
सरकार की यह पहल न केवल कर्मचारियों को आर्थिक लाभ पहुंचाती है, बल्कि उन्हें महंगाई से निपटने में भी मदद करती है। इस वृद्धि से सरकारी खजाने पर भी काफी बड़ा बोझ पड़ेगा, लेकिन यह कर्मचारी और पेंशनभोगियों के जीवन स्तर को बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम है।
इस घोषणा के साथ ही अब सरकारी कर्मचारी अपने वित्तीय योजना में इन बदलावों को शामिल कर सकते हैं और अपने खर्चों को अधिक बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं।