-नारायण उपाध्याय
बीकानेर@जागरूक जनता। जागरूक जनता की खबर का असर हुआ है जंहा खबर फ्लैश होने के मात्र 48 घण्टे बाद प्रशासन हरकत में आया और आनन फानन में कैबिनेट मंत्री डॉ कल्ला के विधानसभा क्षेत्र में नेशनल हाइवे के समीप खुला पड़ा जानलेवा गड्ढे को सीमेंट बजरी व पट्टी लगा निर्माण कर बंद कर दिया गया है। जागरूक जनता ने दो दिन पहले 13 फरवरी को खबर शीर्षक “मंत्री कल्ला के विधानसभा क्षेत्र में हादसे को न्यौता देते मौत के बड़े गड्ढे, जिम्मेदारों ने आंखों पर बांधी पट्टी, देखे वीडियो” फ्लैश की थी ।
जिसके बाद मंत्री डॉ कल्ला के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन हरकत में आया और आनन फानन में खानापूर्ति के नाम पर चुंगी चौकी गजनेर रोड़ शिव मंदिर के समीप 10 फुट गहरे व आठ फुट चौड़े गड्ढे को बंद कर जिम्मेदारों ने इतिश्री कर ली, जबकि इस गड्ढे के पास इस क्षेत्र का सबसे पुराना शिव मंदिर है लेकिन मंदिर के प्रवेश द्वार से लेकर मंदिर एरिया के आगे वाले फ्रंट पर दस फीट गहरा नाला बीते कई महीनों से खुला पड़ा हुआ है । लेकिन गड्ढा बंद करने आए मजदूरों का क्या कसूर उन्हें जिस काम का आदेश मिला वो करके चले गए।
मजेदार बात यह है कि जंहा यह खुला नाला है वंहा से दो कदम पर नेशनल हाइवे एनएच 15 है, वंही मंदिर में आने जाने वाले श्रद्धालुओं को जान का खतरा बना हुआ है । भाजपा युवा नेता मनोज जाजड़ा ने बताया इस नाले में कई बार पशु गिर चुके है लेकिन इसकी सुध लेने वाला इस जगत में कोई नही दिख रहा । जबकि नगर निगम व शहर के जिम्मेदार स्वच्छता के बड़े बड़े दावे करते रहे है । वंही हाल ही में डीसी नीरज के पवन से उम्मीदें बंधी थी, जंहा उन्होंने बीते माह निर्देश दिए थे कि शहर में जंहा भी गड्ढे व खुले नालों व सीवरेज को अगले 15 दिनों में बंद किया जाए लेकिन यह वक्त भी बीत गया और जिम्मेदारों ने डीसी के निर्देश हवा में उड़ा दिए । बता दे, शहर में बुधवार को ऐसे ही खुले पड़े नाले में एक घर का चिराग बुझ गया था, लेकिन जिम्मेदारों का क्या उनके घर मे चिराग फूल रोशनी दे रहा है।
वाकई में साबित कर दिया जिम्मेदारों ने आंखों पर बंधी है पट्टी!
शहर के जिम्मेदारों ने शायद ठान रखी होगी कि जब कोई हादसा होगा तो देखा जाएगा, तभी तो मूकदर्शक बने हुए है । मंत्री कल्ला के विधानसभा क्षेत्र में चुंगी चौकी गजनेर रोड़ स्थित भैरूजी मंदिर के पास वाली गली में एडवोकेट जयदीप कुमार शर्मा के घर के आगे से निकल रही सिवरेज लाइन धंस गई और करीब 8 फुट गहरा गड्ढा हो रखा है इस घटना को आज चार दिन हो गए है ओर समस्या जस की तस पड़ी है। लेकिन इस समस्या का निदान कोन करे क्योंकि जिम्मेदारों की आंखों पर काली पट्टी बंधी हुई है। क्या ये जिम्मेदार किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहे है । यह सबसे बड़ा सवाल है जो केवल और केवल जिम्मेदारों के पास है ।