418 प्रतिभागियों ने लिया भाग, नक़द पुरुस्कार से किया सम्मानित
चित्तौड़गढ़। भारतीय सिन्धु सभा प्रदेश की ओर से राज्य स्तरीय ऑनलाइन मिट्टी-कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें राज्यभर से 418 विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता का आयोजन नागपुर के शिक्षाविद् व लेखक डाॅ. भरत खुशलाणी के निर्देशन में किया गया।
प्रदेश संयोजक डाॅ. प्रदीप गेहाणी ने बताया , कि प्रतियोगिता में सिन्धी परिवार के 8 से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए ऑनलाइन मिट्टी की कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में बच्चों ने चिकनी मिट्टी, आटे के साथ क्लाव मिट्टी का इस्तेमाल कर अलग अलग कलाकृतियों बनाई जिन्हें ऑनलाइन प्रदर्शन किया गया। अलग-अलग रंगों के साथ सजावट की गई एवं वर्तमान परिस्थितियों का चित्रण प्रस्तुत किया।
प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने बताया, कि प्रतियोगिता में सम्मिलित विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों पर निर्णयक मण्डल द्वारा परिणाम जारी किया जायेगा एवं विजेताओं को सम्मानित किया जायेगा। जिसमें प्रथम पुरस्कार रूपये 1100, द्वितीय पुरस्कार 750, तृतीय पुरस्कार रूपये 500 के साथ ग्यारह सांत्वना पुरस्कारों में प्रत्येक को रूपये 250 नकद दिये जायेगें। सभी प्रतिभागियों को सर्टीफिकेट भी दिए जायेगें।
राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा, कि ऐसे ऑनलाइन प्रतियोगिताओं से बच्चों को सिन्धी भाषा, सभ्यता के साथ सनातन संस्कारों का ज्ञान होगा। प्रतिभागियों ने देवी देवताओं की कलाकृतियों के साथ, वृक्ष हरियाली, रसोई के बर्तन, फल व सब्जियों के साथ कोरानाकाल में उपयोगी वस्तुओं का भी निर्माण का प्रदर्शन किया।
प्रदेश महामंत्री ईश्वर मोरवाणी ने बताया , कि प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिये प्रदेश के सुरेश कटारिया, गिरधारी ज्ञानाणी, राजकुमार दादवाणी (खैरथल) घनश्याम भगत, महेश टेकचंदाणी(अजमेर) मूलचंद बसताणी, दीपेश सामनाणी (जयपुर) राधाकिशन शिवनाणी (पाली) जय चंचलाणी (कोटा) वंदना वजीरानी (चित्तौड़गढ़) शोभा बसंताणी(जयपुर) घनश्याम हरवाणी (श्रीगंगानगर) सुरेश केसवाणी (बीकानेर) घनश्याम मेघवानी (हनुमानगढ) राजा संगताणी (बालोतरा) सहित अलग-अलग कार्यकर्ताओं का सहयोग रहा।