प्रदेश की सबसे बड़ी परीक्षा :REET के लेवल-2 में कड़ी जांच, लड़कियों के गहने, चुनरी उतरवाई, हाथ के डोरे भी खुलवाए


सीकर में लेट हुईं तो रोती-चीखती रहीं- गेट खोल दो सर, कॅरियर खराब हो जाएगा

जयपुर। राजस्थान के इतिहास में प्रदेश की सबसे बड़ी राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) के दूसरे लेवल की परीक्षा संपन्न हो गई है। परीक्षा सेंटर्स पर पुलिस की कड़ी निगरानी रही। इससे पहले कड़ी सुरक्षा के बीच सभी अभ्यर्थियों को एंट्री दी गई।

प्रदेश के सभी सेंटर्स पर गाइडलाइन के अनुसार मंगवाई गई सामग्री के अलावा किसी भी अन्य सामग्री को नहीं ले जाने दिया गया। महिलाओं के गहने, बालों के रबरबैंड, क्लच व चुनरी आदि भी उतरवा लिए गए। अन्य सभी अभ्यर्थियों के हाथ में बंधे डोरे या ब्रासलेट को खुलवा लिया गया। यानी किसी भी सूरत में कोई भी ऐसी सामग्री अंदर नहीं ले जाने दी गई, जिससे नकल संबंधी जरा भी गुंजाइश पैदा हो। इस बीच बीकानेर में चप्पल से नकल का मामला सामने आया है।

शनिवार को बेटी को जन्म देकर परीक्षा सेंटर पहुंची

बूंदी की अर्चना गुर्जर ने शनिवार को ही कन्या को जन्म दिया था। इसके अगले दिन यानी आज रविवार को ही रीट देने वह केशोरायपाटन सेंटर के लिए निकल गई। अर्चना ने बताया कि डॉक्टर्स व परिवार की सेफ निगरानी में ही उसने यह कदम उठाया। लंबे समय से इस परीक्षा के लिए तैयारी कर रही थी, लेकिन जन्म देने की एक परीक्षा पास करने के बाद निश्चित रूप से अब दूसरी भी सफलता पूर्वक पास करूंगी। मेरी बेटी मेरा नया भाग्य लेकर आई है।

जोधपुर में एक सेंटर पर पहुंची मीनाक्षी को जन्म देने की परीक्षा की घड़ी सोमवार की है। यानी डिलीवरी की डेट से एक दिन पहले वह एक सेंटर पर परीक्षा देने पहुंची। मीनाक्षी का कहना है कि दोनों परीक्षा में पास होना ही है। मेरा बच्चा मेरा भाग्योदय लेकर आने वाला है। मीनाक्षी बिना तनाव के परीक्षा केंद्र पर परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पहुंची। वहां पहुंचने पर सेंटर के स्टाफ ने भी विशेष केयर की और प्रायोरिटी से प्रवेश देकर कक्ष तक पहुंचाया।

सीकर में कुछ लड़कियां लेट हो गईं, प्रवेश नहीं मिला तो गेट खटखटाते हुए रोती रहीं, अजमेर में गुजरात से आई एक महिला का प्रवेश पत्र गुम होने से लेट होने पर प्रवेश नहीं दिया गया, तो वह रोने लगी।
सीकर में कुछ लड़कियां लेट हो गईं, प्रवेश नहीं मिला तो गेट खटखटाते हुए रोती रहीं, अजमेर में गुजरात से आई एक महिला का प्रवेश पत्र गुम होने से लेट होने पर प्रवेश नहीं दिया गया, तो वह रोने लगी।

वे रोती रहीं, सेंटर प्रशासन पर असर नहीं

सीकर में तीन-चार युवतियां कुछ मिनट देरी से अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंचीं। गेट बंद था। गेट खटखटाया तो अंदर से मना हो गया। वे रोने लगीं। बोलीं- सर गेट खोल दो, अभी तो परीक्षा शुरू होने में समय है। हमने सालों से इसके लिए सपने देखे हैं, तैयारी की है, गेट खोल दो प्लीज सर, हमारा कॅरियर खराब हो जाएगा। अंदर से कोई रिएक्शन नहीं आया। फिर एक ट्रैफिककर्मी ने उन्हें गेट से भी दूर कर दिया।

अजमेर में गुजरात के दाउद से आई एक महिला प्रवेश पत्र खो जाने पर दुबारा लाने के कारण लेट हो गई। प्रवेश नहीं दिया तो रोने लगी। परीक्षा देने आई दमयंती तंवर शनिवार को ही अजमेर आ गई और अपने रिश्तेदार के यहां रुकी। सुबह ठीक नौ बजे से पहले सेन्ट्रल गर्ल्स स्कूल के केन्द्र पर पहुंच गई। तंवर ने बताया कि जब यहां प्रवेश के लिए लगी कतार के दौरान प्रवेश पत्र ढूंढा तो नहीं मिला। ऐसे में बिना प्रवेश पत्र के प्रवेश नहीं दिया। वह दूसरी कॉपी लेकर पहुंची भी, लेकिन समय होने के बाद भी प्रवेश नहीं दिया।

बांसवाड़ा में कलेक्टर के दखल के बाद 10:30 बजे 11 महिला अभ्यर्थियों को एंट्री

नियत समय पर बांसवाड़ा के भारतीय विद्या मंदिर सेंटर पर पहुंचीं 11 महिला अभ्यर्थियों को आधार कार्ड और प्रवेश पत्र में अभिभावक का नाम अलग-अलग होने पर केंद्र से बाहर निकाल दिया गया। आधार कार्ड में पति का नाम था और प्रवेश पत्र में पिता का। ऐसे में वे बाहर निकली तो रोने लगी। जिला प्रमुख मौके पर पहुंचे, कलेक्टर से बात की, इसके बाद कलेक्टर ने दखल देकर सभी को पुन: प्रवेश कराया, लेकिन तब तक परीक्षा शुरू हुए 30 मिनट निकल चुके थे।

25 लाख आवेदन, दो लेवल की परीक्षा

परीक्षा को लेकर कई दिन से शासन-प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद है। शिक्षकों के 31 हजार पदों के लिए REET में देशभर के 25 लाख 35 हजार 542 अभ्यर्थी दो पारी में परीक्षा देंगे। इसमें प्रथम स्तर की परीक्षा में 12 लाख 67 हजार 983 परीक्षार्थी बैठेंगे, जबकि द्वितीय स्तर की परीक्षा में 12 लाख 67 हजार 539 परीक्षार्थियों के बैठ रहे हैं। दोनों परीक्षा में आवेदनों की संख्या 25 लाख है, इनमें 9 लाख अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिन्होंने दोनों परीक्षाओं के लिए आवेदन किया है। कुल अभ्यर्थियों की संख्या 16 लाख है।

इसके लिए प्रदेशभर में 3 हजार 993 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसमें सबसे ज्यादा 592 परीक्षा केंद्र राजधानी जयपुर में है। जहां ढाई लाख से ज्यादा अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। इनमें दूसरे लेवल की परीक्षा शुरू हो गई है। प्रदेशभर में REET के लिए सुबह 10 से दोपहर 12:30 बजे के बीच छठी से आठवीं कक्षा के लिए द्वितीय स्तर की परीक्षा होगी। दोपहर 2:30 से शाम 6 बजे तक पहली से पांचवी कक्षा के लिए प्रथम स्तर की परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान सरकार ने जहां छात्रों के भोजन से लेकर आने-जाने तक की फ्री व्यवस्था की है।

​​​​​​सेंटर्स पर भीड़, जांच के बाद एंट्री

सभी केंद्रों स्टूडेंट्स को एंट्री दे दी गई है। यहां नजदीकी थाने के पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जिन्होंने सभी को जांच के बाद ही प्रवेश दिया। वैसे सुबह 9:30 बजे तक ही एंट्री दी गई। कुछ केंद्र पर किसी भी कारण से देरी से पहुंचने वाले स्टूडेंट्स को भी कुछ देर बाद तक भी एंट्री देने की कोशिश की गई। तर्क था कि सालों से मेहनत कर रहे स्टूडेंट्स को कुछ मिनटों की सजा नहीं मिले। इसके अलावा कई सेंटर्स के आसपास अभ्यर्थी और उनके परिजन के अलावा किसी को नहीं आने दिया गया है। सभी को दूर रखा जा रहा है। लेवल टू के एग्जाम के लिए जयपुर में प्रदेशभर के विभिन्न जिलों से भी अभ्यर्थी जयपुर पहुंचे हैं।

प्रदेशभर में सड़कों पर अभ्यर्थी

परीक्षा शुरू होने से पहले सुबह-सुबह से ही जयपुर सहित विभिन्न शहरों में बाहर से पहुंचने वाले अभ्यर्थियों पर नजर आते रहे। कहीं लोकल ट्रांसपोर्ट का इंतजार करते तो कहीं पैदल चलते। जहां-जहां रहने की व्यवस्था की गई है, वहां भी सुबह-सुबह खासी हलचल रही। जल्दी उठकर अभ्यर्थी अपने सेंटर्स ओर रवाना हो गए थे, ताकि किसी भी कारण से सेंटर पर प्रवेश में देरी न हो जाए।

9 जिले संवेदनशील, 100% केंद्रों पर CCTV से नजर
REET के दौरान धांधली और नकल रोकने के लिए प्रदेशभर में 30 हजार से ज्यादा CCTV कैमरे लगाए गए हैं। प्रदेश के बाड़मेर, सवाई माधोपुर, करौली, दौसा, नागौर, सीकर, भरतपुर, झुंझुनू, और जालौर के 100% परीक्षा केंद्रों पर CCTV कैमरे हैं, जबकि शेष बचे जिलों में अति संवेदनशील परीक्षा केंद्र पर CCTV कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस के जवान अभ्यर्थियों के साथ आम आदमी की की सुरक्षा में तैनात किए गए हैं। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव अरविन्द सेंघवा ने बताया कि प्रदेश में सभी जगह पर परीक्षा शांतिपूर्ण शुरू हो गई है। परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी लीज लाइन व ब्रॉड बैंड के जरिए इंटरनेट है। जिसके जरिए बोर्ड ऑफिस में कंट्रोल रूम में निगरानी की जा रही है। इसमें इन्टरनेट बंद होने से कोई फर्क नहीं पड़ा। व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चल रही है।

सुबह से शाम तक इंटरनेट बंद
राजस्थान में REET के दौरान नकल रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट बंद किया गया है। राजधानी जयपुर में सुबह 7 से शाम 5 बजे तक, उदयपुर, भीलवाड़ा, अलवर, बीकानेर, दौसा, चित्तौड़गढ़, बाड़मेर, टोंक, अजमेर, नागौर में रविवार सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक, सवाई माधोपुर में 5:30 बजे से शाम 6 बजे तक, कोटा, बूंदी व झालावाड़ में सुबह 5 से शाम 5 बजे तक और सीकर में सुबह 8 से शाम 5 बजे तक इंटरनेट बंद किया गया है। इस दौरान लीज लाइन को नेटबंदी से मुक्त रखा गया है।

ऑनलाइन पेमेंट पर पड़ रहा असर
REET में इंटरनेट बंद होने से ऑनलाइन पेमेंट पर भी असर पड़ रहा है। परीक्षा को देखते हुए सरकार ने कई जिलों में इंटरनेट बंद करने के आदेश दिए हैं। इससे फोन पे, गूगल पे, पेटीएम सहित सारे एप काम नहीं कर पाएंगे। जो अभ्यर्थी ऑनलाइन पेमेंट के भरोसो दूसरे जिले में परीक्षा देने जा रहे हैं। वे कैश लेकर घर से निकलेंगे तो सुविधा रहेगी। ऑनलाइन पेमेंट नहीं होने से अभ्यर्थियों को दिक्कत हो सकती है। ऑनलाइन पेमेंट नहीं होने से आम लोगों को भी बाजार में खरीदारी करने में समस्या रहेगी।

छात्रों के लिए प्रमुख फैसले

एक घंटे पहले खुलेंगे और आधे घंटे पहले बंद
अभ्यर्थी के लिए एक घंटे पहले परीक्षा केन्द्र खोल दिए जाएंगे। आधे घंटे पहले केंद्र बंद कर दिए जाएंगे। इसके बाद प्रवेश नहीं दिया जाएगा। बोर्ड ने आग्रह किया है कि परीक्षार्थी समय पर केंद्र पर पहुंचे।

परीक्षा केंद्र पर मिलेगा फेस मास्क
अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र के अंदर अपना मास्क ले जाने की अनुमति नहीं होगी। उन्हें परीक्षा केंद्र के बाहर ही मास्क दिए जाएंगे।

ज्वेलरी पहनकर नहीं आए परीक्षा देने
परीक्षा कक्ष में घड़ी, चेन, अंगूठी, कान के टॉप्स, लॉकेट या किसी भी प्रकार के आभूषण पहनकर नहीं जा सकते है। इन सभी आभूषण के पहनने पर रोक रहेगी। इसके अलावा पर्स, हैंडबैग या डायरी लाने पर भी रोक है।

परीक्षा में पारदर्शी पानी की बोतल लाने की छूट
परीक्षा केंद्र पर किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे कि मोबाइल, ब्लूटूथ, कैल्कुलेटर भी नहीं ला सकते हैं। परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को अपने साथ पानी की पारदर्शी बोतल लेकर आने की अनुमति रहेगी।

सरकार करेगी कानूनी करवाई
REET के दौरान सरकारी कर्मचारी नकल करवाते पाया जाता है, तो उसे तुरंत नौकरी से निकाल दिया जाएगा। इसी तरह, कोई भी निजी संस्थान धोखाधड़ी या बेईमानी के किसी भी मामले में लिप्त पाया गया तो उसकी मान्यता तुरंत खत्म कर दी जाएगी।

अभ्यर्थी कर सकेंगे फ्री में सफर
राजस्थान में REET के दौरान 20 से 30 सितंबर तक अभ्यर्थी और उनके परिजन फ्री में सफर कर सकेंगे। इसके लिए सरकार द्वारा 20 हजार से ज्यादा बसों का संचालन किया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेश के प्रत्येक जिले में और अस्थाई बस स्टैंड भी बनाए जाएंगे। ताकि अभ्यर्थियों के साथ आम यात्रियों को भी परेशान ना होना पड़े।

इंदिरा रसोई पर मिलेगा मुफ्त भोजन
राजस्थान में REET के दौरान अभ्यर्थी और उनके परिजन प्रदेश भर की 350 से अधिक इंदिरा रसोई पर मुफ्त भोजन कर सकेंगे। इसके साथ ही दूरदराज वाले इलाकों में इंदिरा रसोई से भोजन पैकेट बनाकर नगर निकाय और जिला प्रशासन द्वारा वितरित किए जाएंगे।

जयपुर में मेट्रो और लो-फ्लोर में कर सकेंगे फ्री में सफर
जयपुर में परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए 25 से 26 सितंबर तक अभ्यर्थी जयपुर में मेट्रो और लो फ्लोर बसों में फ्री में यात्रा कर सकेगा। इसके लिए अभ्यर्थियों को अपना प्रवेश पत्र साथ रखना अनिवार्य होगा।


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