जिले की पहली महिला एसपी ने अब तक अपराधियों पर कई वार किए है, लेकिन शनिवार को अपने ही महकमे में भ्रष्टाचार की कमर तोड़ते हुवे एक कड़ा संदेश दिया है । खाकी का रौब दिखाकर रिश्वत मांगने के आरोप में जसरासर एसएचओ सुमन पड़िहार व कॉन्स्टेबल रामकुमार को जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा ने निलंबित कर दिया है ।
-नारायण उपाध्याय
बीकानेर@जागरूक जनता। जिले की पहली महिला एसपी ने अब तक अपराधियों पर कई वार किए है, लेकिन शनिवार को अपने ही महकमे में भ्रष्टाचार की कमर तोड़ते हुवे एक कड़ा संदेश दिया है । खाकी का रौब दिखाकर रिश्वत मांगने के आरोप में जसरासर एसएचओ सुमन पड़िहार व कॉन्स्टेबल रामकुमार को जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा ने निलंबित कर दिया है । पुलिस अधीक्षक चन्द्रा को परिवादी तुलसीराम व प्रभु राम द्वारा जसरासर एसएचओ व कांस्टेबल के खिलाफ लिखित शिकायत दी गई, जिस पर कड़ा एक्शन लेते हुवे मामले की जांच करवाई गई । इस दौरान प्राथमिक जांच में सामने आया कि बीती रात दोनों को थाने लाया गया लेकिन इन दोनों को लाने व छोड़ने का रिकॉर्ड तक दर्ज नहीं किया गया । पीड़ितों ने आरोप लगाया था कि एसएचओ ने पचास हजार रुपए की मांग की व पैसे नहीं देने पर एनडीपीएस एक्ट के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी । पीड़ितों ने पैसे की मांग की एक रिकॉर्डिंग होने की बात भी कही है । एसपी चन्द्रा के अनुसार प्रारम्भिक जांच में पीड़ितों का अब तक का ज्ञात रिकॉर्ड साफ सुथरा होने की जानकारी सामने आई है । एसपी चंद्रा ने इस पूरे मामले को गम्भीरता से लेकर थानाधिकारी सुमन व कॉन्स्टेबल रामकुमार को निलंबित कर मामले की जांच एएसपी को सौंप दी गई है ।
बता दे, शनिवार को हुवे इस घटनाक्रम को लेकर एसपी प्रीति चन्द्रा ने बीकानेर एसपी के पदभार ग्रहण के समय किये गए अपने वादे को निभाया है, जिसमे उन्होंने कहा था “अपराधी चाहे कोई भी हो, उसे किसी भी सूरत में नही बख्शा जाएगा” । साथ ही प्रीति चन्द्रा ने इस कार्रवाई से “आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय” वाली खाकी की थीम को और मजबूत किया है । चन्द्रा ने निश्चित तौर पर साफ साफ कड़ा संदेश दिया है कि खाकी पर दाग लगाने वालों पर उनकी कड़ी नजरें है, ऐसे भ्रष्ट लोगों को किसी भी सूरत में नही बख्शा जाएगा ।