Anuradha Paudwal Joins BJP: अनुराधा पौडवाल की उम्र लगभग 70 साल की है। उनकी शादी साल 1969 में अरुण पौडवाल से हुई थी जो एसडी बर्मन के असिस्टेंट और एक म्यूजक कंपोजर थे।
नई दिल्ली. बॉलीवुड की मशहूर सिंगर और भजन गायिका अनुराधा पौडवाल शनिवार को भाजपा में शामिल हो गईं। इसके साथ ही उनके लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। चर्चा है कि बीजेपी अनुराधा पौडवाल को लोकसभा चुनाव का टिकट देगी। जानकार बताते हैं कि पार्टी उन्हें चुनावों के लिए बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। वे पार्टी की स्टार चुनाव प्रचार हो सकती हैं।
अनुराधा पौडवाल को कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए भी देखा गया है। जनवरी के महीने में जब अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हुआ था तब भी उन्हें राम मंदिर में भजन गाते हुए देखा गया था।
कौन हैं अनुराधा पौडवाला?
अनुराधा पौडवाल हिंदी सिनेमा की चर्चित गायिका हैं। फिल्मी दुनिया के बाद अब भजन गायिकी की दुनिया में उनका डंका बज रहा है। 27 अक्टूबर, 1954 को मुंबई में जन्मीं अनुराधा ने अपने गायन करियर की शुरूआत 1973 में आई अमिताभ बच्चन और जया प्रदा की फिल्म ‘अभिमान’ से की थी। ‘आशिकी’, ‘ दिल है कि मानता नहीं’ और ‘बेटा’ फिल्म के लिए अनुराधा पौडवाल को फिल्मफेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
9 हजार से ज्यादा गाने रिकॉर्ड किए
पांच दशकों से अधिक के करियर में अनुराधा पौडवाल ने गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मराठी, संस्कृत, बंगाली, तमिल, तेलुगु, उड़िया, असमिया, पंजाबी, भोजपुरी, नेपाली और मैथिली सहित कई भाषाओं में 9,000 से अधिक गाने और 1,500 से अधिक भजन रिकॉर्ड किए हैं।
1991 में पति का हो गया था निधन
अनुराधा पौडवाल की उम्र लगभग 70 साल की है। उनकी शादी साल 1969 में अरुण पौडवाल से हुई थी, जो एसडी बर्मन के असिस्टेंट और एक म्यूजक कंपोजर थे। अनुराधा पौडवाल के दो बच्चे हैं एक बेटा आदित्य पौडवाल और एक बेटी कविता पौडवाल। साल 1991 में उनके पति की एक हादसे में मौत हो गई थी।
जब गुलशन कुमार से मिलीं अनुराधा
पति अरुण पौडवाल की मौत के बाद दोनों बच्चों की जिम्मेदारी अनुराधा पौडवाल के ऊपर आ गई। इसी दौरान उनकी मुलाकात टीसीरीज के मालिक रहे गुलशन कुमार से हुई। दोनों की जुगलबंदी खूब चली और एक से बढ़कर एक फिल्मी गाने दिए। अपनी सफलता के शिखर पर पहुंचने के बाद अनुराधा पौडवाल ने ऐलान कर दिया था कि वो सिर्फ और सिर्फ टीसीरीज के लिए ही गाएंगी। इसके बाद गुलशन कुमार की हत्या हो जाती है और अनुराधा पौडवाल फिल्मी गानों से तौबा कर लेती हैं औऱ भक्ति दुनिया में आकर भजन गाने लगती हैं।