उद्योग विभाग द्वारा 12 दिसम्बर तक आयोजित होगा फेस्टिवल
जयपुर। उद्योग विभाग की ओर से जल महल पर ’56 भोग 2022′ फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान श्याम किचन मसाला आकर्षण का केन्द्र रहेगा। श्याम धणी इंडस्ट्रीज के निदेशक राम अवतार अग्रवाल ने बताया कि ’56 भोग 2022′ फूड फेस्टिवल में श्याम मसाला की ओर से भी काउंटर लगाया गया है। जो आगन्तुकों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहने वाली है। यहां उच्च क्वालिटी के मसाले उपलबध होंगे। अगवाल ने बताया कि आईएसओ 22000 सर्टिफाइड कंपनी श्याम धनी इंडस्ट्रीज वर्तमान में चिली पाउडर, कुटी मिर्च, हल्दी एवं धनिया पाउडर, गर्म मसाला, चना व चाट मसाला, सांभर एवं पावभाजी मसाला, पानी पूरी व सब्जी मसाला, जलजीरा पाउडर, चाय मसाला, दही बड़ा रायता मसाला, अचार मसाला, कसूरी मेथी, जीरा पाउडर, पोदीना पाउडर, सौंफ व अनारदाना पाउडर, कश्मीरी मिर्च पाउडर, कालीमिर्च पाउडर, सफेद मिर्च पाउडर, देगी मिर्च पाउडर, लहसुन, अमचूर एवं सौंठ पाउडर, साबुत गर्म मसाला और हींग दाना के अलावा नूडल्स, पास्ता, मैक्रोनी आदि के विभिन्न उत्पाद भी यहां उपलब्ध होंगे। कंपनी श्री नाथजी ब्रांड नाम से भी मसालों की मार्केटिंग भी कर रही है। वर्तमान समय में कंपनी 350 प्रोडक्ट का उत्पादन कर रही है। देश के 11 राज्यों में श्याम मसाला का नेटवर्क फैल रहा है एवं 25 अन्य देशों में भी श्याम मसाले का निर्यात किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि फेस्टिवल में प्रदेश के सभी जिलों के प्रसिद्ध व्यंजनों की स्टाल लगाई जाएगी। यह कार्यक्रम जयपुर के जल महल पर आयोजित किया जाएगा। इससे पहले आयोजित उत्सव के पोस्टर का विमोचन उद्योग विभाग के आयुक्त महेंद्र पारख तथा बाबूलाल गुप्ता, राष्ट्रीय चेयरमैन भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल ने संयुक्त रूप से उद्योग भवन में किया। विमोचन कार्यक्रम में एस. के. शाह अतिरिक्त निदेशक, उद्योग विभाग, विपुल जानी, अतिरिक्त निदेशक, उद्योग विभाग तथा रामावतार अग्रवाल, अध्यक्ष, राजस्थान मसाला उद्योग तथा डा. मनोज मुरारका, अध्यक्ष, नेशनल आयॅल इण्डस्ट्रीज एण्ड ट्रेडर्स उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन १२ दिसम्बर तक किया जाएगा।
उद्योग आयुक्त महेंद्र पारख ने बताया कि प्रदेश के लगभग सभी जिलों से बेहतरीन व्यजनों को चयनित कर आगतुकों के लिए प्रदर्शित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उद्यम प्रोत्साहन संस्थान और उद्योग विभाग की ओर आयोजित होने वाले इस फेस्टिवल में लगभग 100 स्टालें लगाई गई है। उन्होंने कहा कि विभाग का उद्देश्य जिलों में चल रहे व्यंजनों को बेहतर मंच उपलब्ध कराना और उनकी ख्याति राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाना है। इनके अलावा फेस्टिवल की भव्यता के लिए मुंबई का बड़ा पाव, गुजरात का खम्मन-ढोकला सहित अन्य पड़ोसी राज्यों के भी व्यंजन भी उपलब्ध हो रहे है।
ये व्यंजन रहेंगे उपलब्ध
नसीराबाद के कचोड़े, पुष्कर के मालपुए, सवाईमाधोपुर के खीरमोहन, दौसा के डोवठे, कोटा की कोटा कचोरी, भुसावर का अचार, चिड़ावा का पेड़ा, अलवर का कलाकंद, पाली का गुलाब हलवा, बीकानेर की भुजिया, जोधपुर के मिर्च बड़े, प्रतापगढ़ का आम पापड़ जैसे विशेष व्यजनों का जायका आमजन को एक ही परिसर में उपलब्ध होंगे।