पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र और आरसीए चेयरमैन वैभव गहलोत को भी वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी
जयपुर। पिछली सरकार में आधा दर्जन से ज्यादा नेताओं को मिली सुरक्षा को लेकर गृह विभाग जल्द समीक्षा करेगा। फिलहाल गृह विभाग को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की हरी झंडी का इंतजार है। इसके अलावा भाजपा नेताओं की भी सुरक्षा को लेकर भी मंथन होगा। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस सरकार में जिन नेताओं को वाई और जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी, उनके बारे में इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर ही फैसला लिया जाएगा कि उनको मिली सुरक्षा बरकरार रखी जाए, कटौती की जाए या फिर हटा दी जाए।
इन कांग्रेस नेताओं को मिली हुई है सुरक्षा
पिछली सरकार में जिन नेताओं को सुरक्षा मिली हुई थी उनमें प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व विधायक कृष्णा पूनिया, जोगिंदर सिंह अवाना, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी शामिल हैं। गोविंद सिंह डोटासरा और जोगिंदर सिंह अवाना को जहां वाई श्रेणी की सुरक्षा मिला हुई है तो वहीं पूर्व विधायक कृष्णा पूनिया को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिला हुई है। प्रदेश प्रभारी रंधावा को पंजाब सरकार के साथ-साथ राजस्थान सरकार ने भी वाई श्रेणी की सुरक्षा दी हुई थी।
वैभव गहलोत को भी वाई श्रेणी की सुरक्षा
इधर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र और आरसीए चेयरमैन वैभव गहलोत को भी वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी लेकिन अब सरकार बदलने के बाद उनकी सुरक्षा में भी कटौती करने या फिर हटाने का फैसला लिया जा सकता है।
भाजपा के इन नेताओं की सुरक्षा की भी होगी समीक्षा
बताया जा रहा है कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, किरोड़ी लाल मीणा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित कई अन्य नेताओं की सुरक्षा बढ़ाई जाने की बात कही जा रही है।