कोई सर्वे या ओपिनियन पोल आपके सामने नहीं रख सकते, लेकिन पिछले चुनावों के वोटिंग पैटर्न को डीकोड कर भी काफी कुछ समझ सकते हैं।
नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव का एक और पड़ाव पार हो गया है, दूसरे चरण की वोटिंग भी संपन्न हुई है। लेकिन पहले चरण की तरह एक बार फिर जनता कुछ उदासीन दिखाई दी, वोटिंग प्रतिशत उम्मीद के मुताबिक नहीं बढ़ा। कई राज्यों में पिछले लोकसभा चुनाव के रिकॉर्ड भी टूट गए है, यूपी से लेकर बिहार तक, महाराष्ट्र से लेकर राजस्थान तक, ज्यादातर इलाकों में 2019 की तुलना में कम वोट पड़े हैं।
इस समय सभी के मन में सवाल है कि आखिर दूसरे चरण के बाद आगे कौन चल रहा है- बीजेपी या इंडिया वाले? अब आंचार सहिता लागू है, ऐसे में कोई सर्वे या ओपिनियन पोल आपके सामने नहीं रख सकते, लेकिन पिछले चुनावों के वोटिंग पैटर्न को डीकोड कर भी काफी कुछ समझ सकते हैं, उससे अंदाजा लग सकता है कि कम वोटिंग का फायदा और नुकसान किसे ज्यादा रहने वाला है। सबसे पहले ये जान लेते हैं कि 2019 की तुलना में कहां कितनी वोटिंग हुई है-
राज्य 2019 2024
मणिपुर 84.14 77.32
त्रिपुरा 82.90 80.32
असम 81.28 71.11
पश्चिम बंगाल 80.66 71.84
छत्तीसगढ़ 75.12 73.62
केरल 77.84 65.91
जम्मू-कश्मीर 72.50 72
कर्नाटक 68.96 69.00
राजस्थान 68.42 59.97
मध्य प्रदेश 67.67 57.88
बिहार 62.93 55.08
महाराष्ट्र 62.81 57.83
उत्तर प्रदेश 62.18 54.85
अब ऊपर दी गई टेबल साफ बताती है कि सिर्फ कर्नाटक में ही पिछली बार की तुलना में ज्यादा वोटिंग हुई है, बाकी सभी राज्यों में गिरावट देखने को मिली है। कहीं ये गिरावट 10 फीसदी से भी ज्यादा की है।