- 2 सालों से बैंक की डिजिटल सेवाओं में काफी गड़बड़ी पाई गई थी
- आज बैंक का शेयर 1.16% बढ़कर 1,533 रुपए पर कारोबार कर रहा है
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने निजी क्षेत्र के देश के सबसे बड़े HDFC बैंक को बड़ी राहत दी है। अब इसे नए क्रेडिट कार्ड जारी करने की मंजूरी मिल गई है। इसका असर आज बैंक के शेयर पर भी दिखा। शेयर 1.16% बढ़कर 1,533 रुपए पर कारोबार कर रहा है। दिसंबर में रिजर्व बैंक ने HDFC बैंक पर नया क्रेडिट कार्ड जारी करने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
दिसंबर 2020 में HDFC बैंक ने 1.54 करोड़ क्रेडिट कार्ड जारी किए थे। जनवरी 2021 में इनकी संख्या घट कर 1.48 करोड़ हो गई। SBI ने कुल 1.2 करोड़ क्रेडिट कार्ड जारी किए हैं। ICICI बैंक ने 90 लाख क्रेडिट कार्ड जारी किए हैं।
बिजनेस पर पड़ा बुरा असर
प्रतिबंध की वजह से HDFC बैंक के क्रेडिट कार्ड बिजनेस पर काफी असर हुआ था। इसका सीधा फायदा ICICI बैंक और SBI को मिला। RBI ने यह कार्रवाई HDFC बैंक में बार-बार आ रही तकनीकी दिक्कतों के चलते की थी। इसके साथ ही इस पर कोई नई डिजिटल पहल करने पर भी रोक लगाई थी। यह रोक अभी भी जारी है। हाल ही में, बैंक के डिजिटल प्रमुख पराग राव ने कहा था कि हमने 6 महीने का उपयोग कार्ड बिजनेस को सुधारने के लिए किया है। हमारे 1.5 करोड़ से ज्यादा क्रेडिट कार्ड ग्राहक हैं।
फरवरी में ऑडिट का आदेश
रिजर्व बैंक ने इसी मामले में इस साल फरवरी में इसके IT डिपार्टमेंट के ऑडिट के लिए एक फर्म को नियुक्त किया था। जनवरी में HDFC बैंक ने RBI को बार-बार आ रही अड़चन से निपटने के लिए अपना प्लान सौंपा था। बैंक ने कहा था कि वह तीन महीने में अपने IT ढांचे को पूरी तरह सुधार लेगा। इस मामले में 10 लाख रुपए जुर्माना भी बैंक पर लग चुका है।
21 नवंबर को पाई गई थी गड़बड़ी
21 नवंबर को बैंक की इंटरनेट बैंकिंग और पेमेंट सिस्टम में गड़बड़ी पाई गई थी। यह गड़बड़ी प्राइमरी डेटा सेंटर में पावर फेल होने के कारण हुई थी। दिसंबर में RBI ने कहा था कि सभी नए डिजिटल प्रोग्राम बैंक को रोकने होंगे। दो साल में बैंक के लिए यह तीसरा बड़ा झटका लगा था।
HDFC बैंक की बड़ी तैयारी
HDFC बैंक अपने डिजिटल 2.0 को लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है, जिसमें ढेर सारे डिजिटल चैनल लॉन्च होंगे। ऐसे में RBI का आदेश बैंक के लिए बड़ा झटका है। इसके साथ ही अन्य सभी बिजनेस जनरेटिंग IT एप्लीकेशन को भी रोकने का आदेश दिया गया था। इसमें नए क्रेडिट कार्ड ग्राहकों की सोर्सिंग करने पर भी पाबंदी लगाई गई थी।
बैंक के IT सिस्टम में पिछले दो सालों से कई बार इस तरह की गड़बड़ी हुई हैं और लगातार हो रही हैं। इसी के बाद RBI ने यह कदम उठाया था। HDFC बैंक ने कहा था कि वह लगातार 2 साल से इस मामले में तमाम कदम उठा रहा है और रेग्युलेटर के नियमों के मुताबिक काम कर रहा है।