सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव हुए रोचक, भाजपा से बागी हुए लादूलाल पितलिया ने छोड़ा चुनावी रण, नामांकन लिया वापस, निर्दलीय प्रत्याशी का भरा था फॉर्म, टिकट नहीं मिलने से नाराज़ थे लादूलाल, अब भी सहाड़ा में त्रिकोणीय मुकाबला, कांग्रेस-भाजपा-रालोपा के बीच मुकाबला
जयपुर। प्रदेश भाजपा को सहाड़ा विधानसभा सीट से कुछ राहत भरी खबर मिली है। दरअसल, उपचुनाव की इस सीट से भाजपा के बागी होकर चुनाव मैदान में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी ताल ठोकने वाले लादूलाल पितलिया ने आज अपना नामांकन वापस ले लिया है।
पितलिया ने बीते दिनों भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज़ होकर बगावती तेवर दिखा दिए थे और अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर निर्दलीय पर्चा भर दिया था। पितलिया के उपचुनाव मैदान में आने का खतरा सबसे ज़्यादा भाजपा को ही सता रहा था, लिहाजा उन्हें मनाने की तमाम कोशिशें पार्टी नेताओं की तरफ से की जा रही थी।
आखिरकार भाजपा की कसरत रंग लाई है और लादूलाल पितलिया ने सहाड़ा उपचुनाव से मैदान छोड़ दिया है। हालांकि अब भी सहाड़ा में त्रिकोणीय मुकाबला बना हुआ है, जहां कांग्रेस, भाजपा और रालोपा प्रत्याशियों के बीच मुकाबला कांटे का बना हुआ है।
जताई थी दावेदारी, पर नहीं मिला टिकट
लादूलाल पितलिया ने भाजपा प्रत्याशी के रूप में दावेदारी जताई थी, लेकिन टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय के रूप में नामांकन पत्र भरा था। लादूलाल पिलिया को 10 फरवरी को सहाड़ा उपचुनावों का हवाला देकर ही वापस भाजपा में लिया गया था। उनके बागी होने से पार्टी के वरिष्ठ नेता पितलिया को मनाने की कवायद में जुटे हुए थे।
2018 के चुनाव में मिले थे 30 हजार से अधिक वोट
लादूलाल पितलिया नवंबर 2018 तक भाजपा में थे। बगावत पर आए तो इन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। दिसंबर 2018 में निर्दलीय चुनाव लड़े. विधानसभा चुनाव में 30,573 वोट मिले। 10 फरवरी 2020 में फिर घर वापसी हुई, लेकिन टिकट नहीं मिलने पर 46 दिन बाद फिर पितलिया बगावत की राह पर उतर गए। ऐसे में आज नामांकन वापस लेने पर भाजपा ने राहत की सांस ली है।