जागरूक जनता नेटवर्क
जयपुर। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने देशभर में हवाई यात्रा पर बुरा असर डाला है। देश के कई प्रमुख हवाई अड्डों से यात्रीभार और फ्लाइट संचालन की स्थिति काफी कमजोर रही है। देश भर में जयपुर एयरपोर्ट को ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की अप्रैल माह की रिपोर्ट के आंकड़ों के मुताबिक जयपुर एयरपोर्ट से फ्लाइट संचालन और यात्रियों की संख्या कई छोटे एयरपोर्ट्स से भी कम रही है।
पर्यटन बंद होना बड़ा कारण
कभी भी टॉप 15 एयरपोर्ट में शामिल नहीं रहे बागडोगरा और श्रीनगर जैसे एयरपोर्ट जयपुर एयरपोर्ट से आगे निकल गए हैं। आमतौर पर जयपुर एयरपोर्ट की रैंक टॉप-10 में रहती है, लेकिन इस बार रैंकिग में एयरपोर्ट 16वें स्थान पर पहुंच गया है। इसके पीछे पर्यटन बंद होना बड़ा कारण माना जा रहा है। दरअसल जयपुर हवाई अड्डे से गुलाबी नगरी आने वाले पर्यटकों की बड़ी संख्या रहती है। लेकिन इस बार कोरोना के चलते पर्यटकों की संख्या काफी कम रही है।
यात्रीभार ही नहीं फ्लाइट ऑपरेशन में भी पिछड़े
जयपुर सिर्फ यात्रीभार ही नहीं, बल्कि फ्लाइट संचालन की संख्या के आंकड़ों में भी लॉकडाउन के इस पीरियड में बुरी तरह पिछड़ा है। अप्रैल माह के आंकड़ों में चंडीगढ़ और श्रीनगर जैसे छोटे एयरपोर्ट जयपुर से कहीं आगे निकल गए हैं। लखनऊ और पटना एयरपोर्ट भी जयपुर से आगे रहे हैं।
प्रशासन के लिए जयपुर एयरपोर्ट के यह आंकड़े इसलिए भी चिंता बढ़ाने वाले हैं, क्योंकि मई माह के दौरान हालात और भी बदतर रहे हैं। मई माह के पहले सप्ताह से ही फ्लाइट संचालन का आंकड़ा अत्यधिक कम रहा है। पूरे माह जयपुर एयरपोर्ट से रोज औसतन 7 से 8 फ्लाइट ही संचालित हुई हैं। ऐसे में आगामी दिनों में जब मई के आंकड़े जारी होंगे तो रैंक और नीचे गिरना तय माना जा रहा है।
एयरपोर्ट का रिपोर्ट कार्ड
अप्रैल 2021 में जयपुर एयरपोर्ट से 1.64 लाख यात्रियों ने यात्रा की। अब तक जयपुर दिल्ली, मुंबई, बैंगलुरू, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, कोचीन, पुणे, गोवा, गुवाहाटी से पीछे रहता आया है। वहीं लखनऊ से अक्सर आगे-पीछे बने रहने की प्रतिस्पर्धा रहती है। लेकिन इस बार लखनऊ ही नहीं पटना, श्रीनगर और बागडोगरा एयरपोर्ट भी जयपुर से आगे निकल गए हैं। लखनऊ से 2.57, पटना से 2.87, श्रीनगर से 2.54 और बागडोगरा से 1.80 लाख यात्रीभार रहा है।
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