Mathura News: मथुरा में संत प्रेमानंद महाराज के रात्रि दर्शन और पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए रोक दिया गया है. उनके स्वास्थ्य और स्थानीय लोगों की शिकायतों के कारण यह निर्णय लिया गया है. देर रात म्यूजिक और आतिश…
- प्रेमानंद महाराज का रात्रि दर्शन अनिश्चितकाल के लिए बंद
- स्वास्थ्य कारणों और स्थानीय नाराजगी के चलते पदयात्रा रोकी गई
- देर रात म्यूजिक और आतिशबाजी से स्थानीय लोगों को परेशानी
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मथुरा. वृंदावन में संत प्रेमानंद महाराज के देर रात भ्रमण और राधा कैली कुंज में दर्शन के कार्यक्रम को अनिश्चितकालीन समय के लिए रोक दिया गया है. उनके अनुयायियों के द्वारा बताया गया है कि उनका स्वास्थ्य ठीक न रहने की वजह से फैसला लिया गया है. हालांकि, कहा यह भी जा रहा है कि रात्रि दर्शन और पदयात्रा के दौरान तेज म्यूजिक बजाने और आतिशबाजी करने को लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी बढ़ गई थी. इस मामले में सुनरख मार्ग स्थित एनआरआई ग्रीन कॉलोनी के निवासियों ने बैठक आयोजित कर रात के समय म्यूजिक बजाने और आतिशबाजी पर रोक लगाने की मांग की थी.
बैठक के दौरान संत प्रेमानंद महाराज के कुछ अनुयायी वहां पहुंच गए और विरोध कर रहे लोगों से बहस करने लगे. आपको बता दें कि संत प्रेमानंद महाराज इन दिनों राधा नाम के प्रचार-प्रसार को लेकर चर्चा में हैं. वे देर रात करीब 2:00 बजे छटीकरा रोड स्थित अपने आवास से परिक्रमा मार्ग में बने राधा कैली कुंज आश्रम तक पैदल जाते हैं. इस दौरान उनके अनुयायियों द्वारा सड़क पर फूल और रंगों से रंगोली बनाई जाती है और मार्ग को रात से ही अवरुद्ध कर दिया जाता है.
स्थानीय लोगों को हो रही थी दिक्कत
इतना ही नहीं, बड़े-बड़े साउंड सिस्टम के साथ भजन-कीर्तन का म्यूजिक बजाते हुए उनके हजारों अनुयायी भी साथ चलते हैं, जिससे देर रात अपने घरों में सो रहे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी होती है. लोगों का कहना है कि देर रात जब वे सो रहे होते हैं, तब इस तरह की गतिविधियों को अंजाम देना ठीक नहीं है. इसके कारण बीमार और बुजुर्ग लोगों सहित सुबह-सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को भी काफी परेशानी होती है. मार्ग अवरुद्ध किए जाने के कारण कई बार बीमार लोगों को अस्पताल ले जाने में भी दिक्कत होती है. कॉलोनी के लोगों ने जिला प्रशासन से संत प्रेमानंद के अनुयायियों द्वारा की जा रही इस तरह की हरकतों पर रोक लगाने की मांग की थी, ताकि स्थानीय लोगों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े.