-नारायण उपाध्याय
बीकानेर@जागरूक जनता। श्रीडूंगरगढ़ कृषि अनाज मंडी में अनाज व्यापारी के साथ करोड़ो की धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को आज श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी वेदपाल शिवराण मय टीम ने गिरफ्तार कर लिया है । धोखाधड़ी का यह मामला वर्ष 2017 का है । पकड़े गए दोनो आरोपी बीते चार साल से हाईकोर्ट से मिले स्टे पर आराम से गुजर बसर कर रहे थे, और आज कोर्ट स्टे हटते ही पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया । इस करोड़ो रूपये की धोखाधड़ी के मामले में श्रीडूंगरगढ़ पुलिस की जवाबदेही कर्तव्यनिष्ठा के चलते आरोपी एक बार फिर से पुलिस के चंगुल में फंसे है ।
श्रीडूंगरगढ थानाधिकारी वेदपाल शिवराण ने जागरूक जनता को बताया कि वर्ष 2017 में श्रीडूंगरगढ कृषि अनाज मंडी में प्रार्थी तर्ड ट्रेडिंग कम्पनी के मालिक कानाराम तर्ड ने पुलिस थाने में परिवाद दिया कि उसने रावतसर की फर्म सतपाल शुशील कुमार के साझेदार सुशील व रामचंद्र के साथ मूंगफली का सौदा किया था, जिसमे कुल 2 करोड़ 84 लाख 18 हजार 661 रूपये की मूंगफली आरोपीगणों ने खरीद की जिसके बदले 1 करोड़ 57 लाख 35 हजार 870 रुपये आरोपीगणों ने प्रार्थी को दिये, शेष 1 करोड 26 लाख 88 हजार 790 रुपये परिवादी के साथ ठगी करने के इरादे से देने से इनकार कर दिया । पुलिस ने परिवादी कानाराम तर्ड की शिकायत पर दोनो आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की ।
थानाधिकारी वेदपाल ने बताया पुलिस जांच में आरोपियों के खिलाफ आरोप सही पाए गए । इधर आरोपी भी शातिर थे, पुलिस गिरफ्तारी से बचने के लिए वे हाईकोर्ट चले गए, जंहा उन्होंने इस केस को धोखाधड़ी की बजाय सिविल से जुड़ा होने का बताकर हाईकोर्ट से गिरफ्तार पर स्टे ले लिया, जिस पर आरोपी पुलिस की कार्रवाई से बेखोफ होकर निश्चित हो गए। इधर श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी वेदपाल ने इस केस को चेलेंज लेते हुए कोर्ट में दो पिटीशन दायर की ओर गिरफ्तारी से स्टे हटवाने के लिए व्यक्तिगत रूप से कई दफा न्यायालय में पेश हुए और हाईकोर्ट में मजबूती के साथ साक्ष्य रख इस केस की पैरवी की, जिसकी बदौलत हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी पर लगी रोक हटा दी, जिस पर थानाधिकारी वेदपाल शिवराण ने बिना देर गंवाए धोखाधड़ी के दोनों आरोपियों रामचंद्र पुत्र रामकिशन जाट उम्र 43 साल निवासी भैरूसरी रावतसर व सुशील कुमार पुत्र बलराम जाट उम्र 29 साल निवासी सावंतसर को दबोच लिया जंहा से उन्हें गिरफ्तार किया गया है । दोनो आरोपियों को न्यायालय में पेश कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक योगेश यादव के दिशा निर्देशन में श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी वेदपाल शिवराण की मेहनत वाकई में क़ाबिले तारीफ है क्योंकि “आमजन में विश्वास अपराधियों में भय” की थीम पर काम करते पुलिस ने अपराधी को सजा दिलाने के लिए कोर्ट में खुद केस लड़ा ओर कोर्ट की तारीखों पर व्यक्तिगत रूप से पेश होकर न्यायालय से गिरफ्तारी की रोक हटवाकर आरोपियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा कर ईमानदारी पूर्वक अपनी कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया है ।