भगवान महावीर के जन्म कल्याणक पर जैन सोसाइटी ट्रस्ट द्वारा भव्य भजन संध्या व तप अभिनंदन, विधायक सहित गणमान्य नागरिक रहें उपस्थित…..
नोखा/बीकानेर@जागरूक जनता। भगवान महावीर के 2621 वे जन्म कल्याणक पर जैन सोसाइटी ट्रस्ट नोखा द्वारा भव्य भजन संध्या व तप अभिनंदन का कार्यक्रम रखा गया, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई, अध्यक्षता नगरपालिका अध्यक्ष नारायण झंवर, विशिष्ठ अतिथि प्रधान प्रतिनिधि आत्मा राम तर्ड, नगरपालिका पार्षद आरती संचेती थे।
स्व. आसकरण पींचा के परिवार की तरफ से समग्र जैन समाज के अठाई या उससे ऊपर की तपस्या, वर्षीतप व अन्य तपस्या करने वाले तपस्वी भाई बहिनो का स्मृति चिन्ह व शाल ओढाकर अतिथीयों व पींचा परिवार की पुत्र वधु कनकलता पींचा द्वारा समान्नित किया गया ।
भजन संध्या में सूरत से पधारे महावीर देसाई एंड पार्टी ने भगवान महावीर की स्तुति की व वर्तमान को वर्धमान की आवश्यकता, तेरस की रात, झोली मेरी भर दो धरती में अब पाप ह
घणो जरूरत थारी है व मातृ पितृ वंदन आदि भजनों की प्रस्तुति दी।
भजन संध्या के प्रायोजक शायर देवी लिखमीचंद बोथरा, विनोद घीया, राजेन्द्र कुमार बांठिया, पारस मल गोलछा व जी सी इंडस्ट्रीज के मनोज लुणावत थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहारीलाल बिश्नोई ने वर्तमान समय मे जैन धर्म की प्रासंगिता के बारे में बताया व जैनियों को त्याग व तप की मूर्ति बताया और जैनों के अनेकांत वाद के सिद्धांत को समाज की आवश्यकता बताई।
जैन सोसाइटी ट्रस्ट नोखा को स्वर्ग रथ देने की विधिवत घोषणा की व डॉ. महेंद्र संचेती की मांग नोखा में भी जयपुर की तरह रात को प्रत्येक परकोटे में गेट लग कर बंद हो जाये जिससे परकोटे के अंदर के घर सुरक्षित रहे तो इस मांग को भी आगे भविष्य की आवश्यकता के आधार पर चिंतन करने का आश्वासन दिया।
अतिथि आत्मा राम तर्ड ने भी जैन समाज के सिद्धांतों की भूरी भूरी प्रसंशा की।
कार्यक्रम में ट्रस्ट के अध्यक्ष सीकरचंद पींचा महामंत्री डॉ. महेंद्र संचेती मोहनलाल पारख उपाध्यक्ष हनुमान ललवानी, बाबूलाल कांकरिया, राजेन्द्र कुमार डागा, कोषाध्यक्ष अनिल जैन मदन लूणिया मनोनीत पार्षद धनराज गोलछा ईश्वरचंद बैद नथमल संखलेचा सुन्दरलाल सेठिया सुनील संचेती प्रकाश सुराणा नोखा गांव पवन सेठिया सीए पीयूष रांका सीएस अरिहंत सुखलेचा संदीप चोरड़िया, मांगीलाल सुराणा धर्मेश बैद चांद रतन डागा रवि कांकरिया अरिहंत पींचा आदि उपस्थित थें। मंच संचालन महावीर पींचा ने किया।