एसडीएम को थप्पड़ मारने व देर रात आगजनी व पथराव के बाद पुलिस ने नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है।
टोंक. राजस्थान उपचुनाव में देवली-उनियारा विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए स्वीकार किया है कि उन्होंने एसडीएम को थप्पड़ मारा। साथ ही बताया कि आगजनी और पथराव क्यों हुआ? पुलिस ने अभी तक इस मामले में 60 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि पुलिस ने नरेश मीना को एक बार गिरफ्तार भी कर लिया था। लेकिन, मीना के समर्थकों देर रात छुड़ा ले गए।
गांव में भारी बल के साथ घुसी पुलिस
हिंसा और तनाव के माहौल के बीच ने पुलिस पूरी तैयारी के साथ गांव में घुसकर आरोपी नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस नरेश मीना को गिरफ़्तार करने के लिए भारी बल के साथ गाँव के अंदर गई है। मीडिया को गांव के अंदर जाने से रोका जा रहा था। आरोपी को गिरफ्तार कर के पुलिस अपने साथ ले जा रही है। जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तारी के दौरान नरेश मीणा के समर्थकों ने जमकर बवाल काटा है।
मीडिया से बोले नरेश मीणा
नरेश मीणा ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि ‘मैं सचिन पायलट, हनुमान बेनीवाल, किरोड़ी लाल मीणा, कर्नल बैंसला और लालू यादव की तरह बनना चाहता हूं। क्योंकि इन सभी नेताओं ने संघर्ष की राजनीति की है। हालांकि मेरे सबसे पसंदीदा नेता और बड़े भाई सचिन पायलट है।’ गिरफ्तारी से पहले फरार आरोपी नरेश मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है और अपनी कहानी बताई है। नरेश मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के चेहरे पर एसडीएम को थप्पड़ मारे जाने का कोई अफसोस नहीं दिखा। नरेश मीणा ने कहा कि एसडीएम की कोई जाति नहीं होती। मैं उसे पीटता, चाहे वह किसी भी जाति का होता।उनके तौर-तरीके सुधारने का यही एकमात्र इलाज है। नरेश मीणा ने आगे कहा कि हम धैर्यपूर्वक उनके आने का इंतजार कर रहे थे। हमारे लिए भोजन की व्यवस्था नहीं की गई। मैं यहीं पर था जब मैं बेहोश हो गया और मेरे समर्थक मुझे अस्पताल ले गए। नरेश मीणा ने कहा कि मेरे समर्थक मुझे दूसरे गांव में ले गए जहां मैंने पूरी रात आराम किया। जो कुछ भी हुआ वह पुलिस द्वारा किया गया है।
जानें पूरा मामला …
देवली- उनियारा विधानसभा सीट पर बुधवार को उपचुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना ने एसडीएम मालपुरा अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था। जिसके बाद देर रात धरना स्थल पर हंगामा व पथराव हो गया। नरेश मीना समरावता गांव में फर्जी वोटिंग को लेकर धरने पर बैठे थे। रात्रि करीब 9 बजे पुलिस प्रशासन निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना को गिरफ्तार करने गांव पहुंचे। जहां पर प्रदर्शन कर रहे नरेश मीना व समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया।