राज्य अभिलेखागार के डिजिटल पट्टा व्यवस्था को देखकर मंत्री शांति धारीवाल हुए अभिभूत
बीकानेर@जागरूक जनता। नगरीय विकास, स्वायत शासन एवं स्थानीय निकाय विभाग मंत्री शांति धारीवाल तथा भवानी सिंह, शासन सचिव, स्वायत शासन एवं स्थानीय निकाय विभाग, राजस्थान-सरकार ने शनिवार को राजस्थान राज्य अभिलेखागार, बीकानेर का अवलोकन किया। उन्होंने विभागीय रिकॉर्ड कीपिंग सिस्टम, विभाग में लगे कियोस्क से पट्टा ढूंढने तथा पट्टा जारी करने की प्रक्रिया को समझा तथा पट्टों के बारे में विस्तृत जानकारी ली एवं आमजन तक अधिक से अधिक पहुंचाने के लिये चर्चा की। विभागीय प्रकाशन से संबंधित विभिन्न पुस्तकों की जानकारी ली और विभाग द्वारा किये जा रहे कार्य के लिये सराहना की और विभाग अन्तराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन एवं शोध के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त करेगा।
अभिलेखागार निदेशक डॉ. महेन्द्र खड़गावत ने विभागीय गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी।
नगरीय विकास एवं स्वायत शासन विभाग के सलाहकार जी एस संधु डिजिटल अभिलेखागार, अभिलेख संग्रहालय तथा अभिलेख प्रबंध को देखकर अभिभूत होकर निदेशक डॉ. महेन्द्र खड़गावत व अभिलेखागार परिवार के कार्यों की सराहना की। विभाग के अवलोकन में उन्होंने विभाग में चल रहे डिजिटाईजेशन कार्य के संबंध में जानकारी ली तथा डिजिटल अभिलेखागार को भविष्य के लिये बहुत महत्वपूर्ण बताया। बही और पट्टा रजिस्टर का भी अवलोकन किया और पट्टा जारी करने के पैरामीटर तथा कार्यप्रणाली की प्रशंसा की। विभागीय पुस्तकालय में उपलब्ध दुर्लभ पुस्तकों व उनके रखरखाव संबंधी जानकारी प्राप्त की। विभागीय शोध कक्ष की शोध कार्य से संबंधित प्रक्रिया को जाना। माईक्रोफिल्मिग कक्ष व विभागीय रिकॉर्ड किपिंग सिस्टम तथा पट्टा जारी करने के सिस्टम को भी समझा। विभागीय प्रकाशन से संबंधित विभिन्न पुस्तकों की जानकारी ली और विभाग द्वारा किये जा रहे कार्य के लिये सराहना करते हुए कहा कि आने वाले समय में राजस्थान राज्य अभिलेखागार अन्तराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन एवं शोध के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त करेगा। संधु ने अनूठे अभिलेख संग्रहालय का भी निरीक्षण किया। अभिलेख संग्रहालय में बनी विभिन्न दीर्घाओं में शिवाजी महाराज दीर्घा, महाराणा प्रताप दीर्घा, टेस्सीटोरी दीर्घा, स्वतंत्रता सेनानी दीर्घा, 1857 के क्रांतिकारियों की प्रदर्शनी दीर्घा एवं ताम्र-पत्र दीर्घा का भी अवलोकन किया और बताया कि इससे बीकानेर में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।