कोचिंग संचालकों पर भड़के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, कहा: कोचिंग संचालक पैसे के दम पर बच्चों को परेशान नहीं कर सकते, कलक्टर और एसपी एक्शन में आए
जयपुर। कोटा में कोचिंग छात्रों के आत्महत्या का सिलसिला थम नहीं रहा। गत दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कोचिंग संचालकों के साथ बैठक के बाद भी अभी तक छात्रों के जान देने का क्रम जारी है। जिसके चलते राजस्थान में राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने तो आज कोचिंग संचालकों को माफिया बताते हुए कहा: संभल जाओ नहीं तो कानून के डंडे से समझाया जाएगा। गौरतलब है कि रविवार को भी दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली।
खाचरियावास ने कहा कोचिंग संचालक बहुत पैसे वाले है। पैसे के दम पर बच्चों को परेशान नहीं कर सकते। एसपी और कलक्टर इन कोचिंगों के प्रभाव में न आए। मुख्यमंत्री ने जो कहा है उस पर एक्शन लेकर दिखाए। नहीं तो जनता कार्रवाई करेगी। एसपी कलक्टर जाकर कोचिंगों में चेक करें। वहां की व्यवस्था देखें। नहीं तो कांग्रेस संगठन जाकर देखेगा। खाचरियावास ने कहा कि कोचिंग के नाम पर माफिया खड़ा हो गया है। कोचिंग वालों का इलाज किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इन्हें समझाया भी था लेकिन फिर भी यह नहीं समझे। अब इन्हें कानून के डंडे से समझाया जाएगा।
जान है तो जहान है
मां-बाप से अपील करते हुए खाचरियावास ने कहा कि कोचिंग सेंटर्स से आपके बच्चे आगे नहीं बढ़ रहे। वो तो पहले से ही होशियार है। आप उन्हें पैसे भी देते हो, और वो आपके बच्चों को परेशान भी करता है। जान है तो जहान है। उन्होंने कहा कि कोचिंग सेंटर वालों के पास एक्जाम लेने का क्या राइट है। वो हर दूसरे तीसरे दिन एक्जाम के नाम पर बच्चों को परेशान करते हैं। हमारे समय में तो कोई कोचिंग सेंटर नहीं थे, क्या उस समय आईएएस, आरएएस, डॉक्टर नहीं बनते थे। आज से अच्छे नंबर भी आ रहे थे।