मेहंदीपुर बालाजी @ प्रदीप बोहरा. महा कुंभ 2025 के पावन अवसर पर अखिल भारतीय संत समिति द्वारा महंत नरेश पुरी महाराज को कुंभ सेवा रत्न सम्मान और संयुक्त भारतीय धर्म संसद द्वारा धर्म परमार्थ विभूषण से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें समाजसेवा, धर्म और परमार्थ के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान और कुंभ मेले में संचालित सेवा कार्यों के लिए प्रदान किया गया।
कुंभ मेले में महंत नरेश पुरी महाराज के सेवा कार्य
महंत नरेश पुरी महाराज के नेतृत्व में कुंभ मेले में विशाल अन्नक्षेत्र का संचालन किया जा रहा है, जिसमें श्रद्धालुओं और साधु-संतों के लिए अनेक सेवा कार्य किए जा रहे हैं। इन सेवाओं में प्रमुख रूप से:
कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं और साधु-संतों के लिए भोजन सामग्री जैसे चावल, आटा, दाल, तेल, और घी का वितरण।
जरूरतमंदों और श्रद्धालुओं को कपड़ों का वितरण, जो कुंभ के कई स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है।
राजस्थान मंडपम के अंतर्गत एक विशाल कैंप का संचालन, जहां श्रद्धालुओं को निशुल्क रहने और खाने की सुविधा दी जा रही है।
मेहंदीपुर बालाजी सेवा शिविर में भी आवास और भोजन की निशुल्क सुविधा के साथ निरंतर भंडारा संचालित हो रहा है।
साधु-संतों की सेवा के लिए कुंभ मेले में समय-समय पर भव्य साधु भंडारे का आयोजन।
ठंड से बचाने के लिए श्रद्धालुओं को गर्म कंबलों का वितरण, जिसमें अब तक 10,000 कंबल वितरित किए जा चुके हैं।
धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियां
कुंभ मेले में महंत नरेश पुरी महाराज के मार्गदर्शन में:
रामचरितमानस, श्रीमद् भागवत, विष्णु सहस्त्रनाम, और श्री सूक्त जैसे धार्मिक ग्रंथों का नियमित पाठ।
प्रसिद्ध भजन गायकों द्वारा हर शाम भजन संध्या का आयोजन, जो श्रद्धालुओं और संतों को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान कर रहा है।
सम्मान समारोह में संतों का संबोधन
इस कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री राधे बाबा निर्मोही ने महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज के कार्यों की सराहना करते हुए कहा “महंत नरेश पुरी महाराज का जीवन धर्म, सेवा और परमार्थ की मिसाल है। कुंभ मेले में उनकी सेवाएं न केवल श्रद्धालुओं और संतों के लिए लाभकारी हैं, बल्कि यह समाज में अनुकरणीय प्रेरणा भी देती हैं।”
संयुक्त भारतीय धर्म संसद के अध्यक्ष आचार्य राजेश्वर ने अपने संबोधन में कहा:
“महंत नरेश पुरी महाराज ने धर्म और सेवा को एक नई दिशा दी है। उनके द्वारा संचालित कार्य न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि समाज को एकजुट और समृद्ध बनाने में भी सहायक हैं।”
समाज सेवा में निरंतर योगदान
महंत नरेश पुरी महाराज लंबे समय से सामाजिक और धार्मिक कार्यों में संलग्न हैं। उनकी प्रमुख सेवाओं में:
नि:शुल्क बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना।
सामूहिक विवाह आयोजनों का संचालन।
समाज में धार्मिक और सामाजिक समरसता को प्रोत्साहित करना।
विशिष्ट उपस्थिति और शुभकामनाएं
इस सम्मान समारोह में अखिल भारतीय संत समिति के महंत भगवानदास कामतनाथ मंदिर छतरपुर, प्रदेश महामंत्री राधे बाबा निर्मोही, और संयुक्त भारतीय धर्म संसद के अध्यक्ष आचार्य राजेश्वर सहित अनेक संत-महात्माओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। सभी ने महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज के सतत सेवाभाव की सराहना की और समाज के प्रति उनके समर्पण को प्रेरणादायक बताया।
श्रद्धालुओं और संतों ने भी महंत नरेश पुरी महाराज के उज्ज्वल भविष्य और सतत सेवा भावना के लिए शुभकामनाएं दीं।
अखिल भारतीय संत समिति और संयुक्त भारतीय धर्म संसद ने इस सम्मान समारोह को धर्म और समाज के प्रति सेवा और समर्पण का प्रतीक बताया।