संसद में घुसपैठ : ढाबे के अलाव में जलाया मोबाइलों को, संसद में घुसपैठ के मास्टरमाइंड ललित की साजिश का पूरा चिट्ठा यहां पढ़िये


दिल्ली के संसद भवन की सुरक्षा में हुई चूक के मामले के सभी आरोपी पकड़े गए हैं। इस साजिश का मास्टरमाइड ललित झा नाम का शख्स बताया जा रहा है, जिसे लेकर दिल्ली पुलिस राजस्थान पहुंची थी। यहां प्रदेश के नागौर जिले में स्थित कुचामन क्षेत्र में मास्टरमाइंड ललित झा ने सबूत मिटाने की कोशिश की थी।

जयपुर/ नागौर . संसद के लोकसभा भवन में बीते दिनों घुसपैठ करने के मामले में पुलिस पूछताछ में खुलासा सामने आया है। इस मामले में मास्टरमाइंड ललित झा ने पुलिस में सरेंडर करने के बाद चौंकाने वाले खुलासे किए है। जांच में सामने आया कि ललित घटना का वीडियो बनाने के बाद दिल्ली से भागकर राजस्थान के नागौर जिले के कुचामन आ गया। यहां उसने अपने दो साथियों के साथ ढाबे में जल रहे अलाव में अपने चार मोबाइल फोन डाल कर जला दिए। यह जानकारी सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस फोन के जले हुए अवशेषों को बरामद करने के लिए आरोपी ललित को बीती रात लेकर राजस्थान पहुंची ।

दिल्ली से भाग कर आए ललित ने ढाबे पर गुजारी रात
पता चला है कि संसद में घुसपैठ का मास्टरमाइंड ललित झा घटना का वीडियो बनाने के बाद अपनी जान बचाकर दिल्ली से भाग गया। इस दौरान उसने वीडियो वायरल कर दिया। पुलिस से बचने के लिए आरोपी ललित ने कुचामन में आकर अपने मौसेरे भाई कैलाश और एक अन्य साथी महेश से संपर्क किया। यहां उन्होंने त्रिसिंगिया स्थित शिव ढाबे पर ललित की सोने की व्यवस्था की। इस दौरान खाना खाने के बाद तीनों साथी इसी ढाबे पर, चारपाई पर सो गए।

सबूत मिटाने के लिए ललित ने चारों मोबाइल अलाव में डाले
ललित के कुचामन पहुंचने पर उसके मौसरे भाई कैलाश व एक अन्य साथी महेश शिव ढाबे पर ठहरे। इस दौरान खाना खाने के बाद सर्दी में अलाव तापने के दौरान ललित के मन में मोबाइल के सबूत मिटाने की बात आई। उसने इसके बाद चारों मोबाइल को अलाव में डाल दिया। इस दौरान अलाव में मोबाइल के कुछ टुकड़े बचे गए, जिन्हें उसने सड़क के दूसरे पार जाकर फिर से जला दिया। बता दें कि ललित ने 14 दिसंबर को दिल्ली में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। पूछताछ में उसने मोबाइल जलाने की बात कही। इस पर शनिवार रात दिल्ली पुलिस आरोपी को मौके पर लेकर पहुंची। जहां जले हुए अवशेषों को बरामद किया।

एनमौके पर प्लान में हो गया बदलाव
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि ललित उसका मौसेरा भाई कैलाश और महेश तीनों भगत सिंह फैन क्लब के फेसबुक पेज के जरिए आपस में कांटेक्ट में आए। इस दौरान उनके प्लान के अनुसार पहले महेश को संसद की वेल में कूदना था। लेकिन एन मौके पर महेश की मां ने उसे दिल्ली जाने से रोक लिया। इसके कारण उन्हें अपने प्लान में बदलाव करना पड़ा। पूछताछ में यह भी सामने आया कि तीनों के बीच में तय हुआ कि जो भी भाग कर आएगा, उसे शरण देना होगा।

महेश लेंटर डालने की मजदूरी का काम करता है। महेश की शिनाख्त शिव ढाबे के मालिक भवन लाल गुर्जर ने भी की है। ललित का मौसेरा भाई सांभर निवासी कैलाश अगरबत्ती बनाने का काम करता है। पुलिस ने महेश को गिरफ्तार कर सबूत मिटाने और आपराधिक साजिश रचने के आरोप में मामला दर्ज किया हैं। जिसे 7 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। उधर, पुलिस कैलाश को लेकर भी जांच करने में जुटी हुई है।


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