
जयपुर। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर द्वारा संस्थान के स्वर्ण जयंती वर्ष एवं “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के अंतर्गत श्रावण मास में 30 दिवसीय सतत वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान परिसर स्थित धन्वंतरि उपवन, जामडोली में कुलपति प्रो. संजीव शर्मा द्वारा पौधरोपण कर की गई।
कार्यक्रम का आयोजन द्रव्यगुण विभाग एवं वृक्षायुर्वेद विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। इस अवसर पर प्रो. सी. आर. यादव, प्रो. सुदीप्त रथ, प्रो. रामकिशोर जोशी, प्रो. किरण श्रीवास्तव, डॉ. सुमित नथानी, डॉ. सर्वेश अग्रवाल, डॉ कमला नागर, डॉ. दीप्ति भाकुनी, डॉ. जागृति शर्मा, डॉ. तरुण शर्मा, डॉ. नितेश, डॉ. राहुल शर्मा, डॉ आयुषी सहित संस्थान के शिक्षकगण, अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे और सभी ने पौधरोपण में सहभागिता की।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. संजीव शर्मा ने कहा आज के समय में पर्यावरण संतुलन बनाए रखने और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण हेतु वृक्षारोपण अत्यंत आवश्यक है। यह अभियान आयुर्वेद की उस मूल भावना से जुड़ा है जिसमें प्रकृति को माँ का दर्जा दिया गया है। ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान हमें न केवल हमारी मातृभूमि बल्कि संपूर्ण पर्यावरण के प्रति भी जिम्मेदार बनाता है।
इस वृक्षारोपण कार्यक्रम के अंतर्गत संस्थान के चिकित्सक, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी धन्वंतरि उपवन में औषधीय एवं पर्यावरणीय महत्त्व के पौधों का रोपण कर रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. सुमित नथानी ने विद्यार्थियों को औषधीय पौधों की विशेषताओं एवं उनके आयुर्वेद में उपयोग की जानकारी प्रदान की।
यह वृक्षारोपण अभियान पूरे श्रावण मास तक चलेगा, जिसमें संस्थान के विभिन्न विभाग नियमित रूप से पौधारोपण करते हुए न केवल हरियाली बढ़ाने में योगदान देंगे, बल्कि विद्यार्थियों को प्रकृति के प्रति संवेदनशील और जागरूक भी बनाएंगे।