किसान और विज्ञान साथ मिलकर चलेंगे तो आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत का सपना जरूर पूरा होगा-डॉ तोमर

विकसित क़ृषि संकल्प अभियान 29 मई से

टोंक. भारत सरकार के क़ृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा आयोजित किये जा रहे ” विकसित क़ृषि संकल्प अभियान ” दिनांक 29 मई से 12 जून को पुरे देशभर मे बड़े स्तर पर चलाया जायेगा l इसमें राजस्थान राज्य के सभी जिलों के क़ृषि विज्ञान केंद्र द्वारा अपने जिले मे स्थित हर ब्लॉक् मे अपनी वैज्ञानिको की टीम द्वारा आने वाले खरीफ मौसम की फसलो की ऊनत किस्म की जानकारी, वहां की मिट्टी की जाँच अनुसार फसलो का वर्गीकरण एवं रासायनिक खाद का उपयोग, भारत एवं राज्य सरकार द्वारा क़ृषि ओर पशुपालन के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा, साथ मे किसान की क़ृषि से सम्बंधित हर समस्या को भी नोट कर उसका समाधान किया जायेगा l साथ मे वर्तमान के समय अनुसार आने वाली समस्याओ के निराकरण के लिए भी वैज्ञानिक टीम अपना शोध मे शामिल कर खोजगे समाधान l

केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान अविकानगर के निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदीजी का आत्मनिर्भर भारत का सपने की पहली सीढ़ी देश के किसान की खेती है जिसको हम सशक्त करके ही हम आने वाले समय मे देश को नई ऊंचाई पर ले जा सकते है l इसी सपने को पंख लगाने के लिए केंद्रीय क़ृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज चौहान द्वारा अपनी भारतीय क़ृषि अनुसन्धान परिषद नई दिल्ली के संस्थानों, राज्यों के क़ृषि विभाग, देश के हर जिले स्थित क़ृषि विज्ञान केंद्र के साथ समस्त क़ृषि विभाग के कर्मचारियों द्वारा इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अपना पुरा समन्वय कर “एक देश एक क़ृषि एक टीम ” के रूप मे पुरे जोश एवं वैज्ञानिक नॉलेज के किसानो के साथ संवाद किया जायेगा l तथा भारतीय क़ृषि अनुसन्धान परिषद् महानिदेशक एवं डरे सचिव डॉ एम एल जाट द्वारा अपनी दिल्ली की टीम के साथ देशभर मे आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम को कोऑर्डिनेशन किया जा रहा है l

डॉ एम एल जाट ने भी वैज्ञानिको सम्बोधन करते हुई बताया कि हम भाग्यशाली कि इस अवसर पर पुरे देश के अनदाता किसान की सेवा करने का मौका मिला है एवम मैंने देश के किसान के लिए हर वक्त सेवा की है इसलिए मेरे आईसीएआर वैज्ञानिको से निवेदन है कि इस अवसर को सेवा के साथ भविष्य की क़ृषि आवश्यकता की शोध के बारे मे जानकारी मिलेंगे l जिससे आने वाले समय मे किसान की खेती एवं पशुपालन आधारित नवीन तकनिकीयों को विकसित करने मे उपयोगी सिद्ध होंगी l अंत मे उन्होंने बताया कि देश के प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भर भारत की कल्पना “विकसित क़ृषि के विकास के साथ ही विकसित भारत की पूरी हो सकती है l राजस्थान राज्य के राज्य कोऑर्डिनेटर डॉ अरुण कुमार तोमर ने राज्य के सभी जिलों के किसान से अपील की वे ज्यादा से ज्यादा इन कार्यक्रम मे भाग लेकर अपनी खेती से जुडी हर जानकारी अपने गांव मे ही प्राप्त करें l स्टेट कोऑर्डिनेटर ने बताया कि राजस्थान के 41 जिले के 330 ब्लॉक मे 135 टीम प्रत्येक दिन कुल 15 दिन मे 3959 गांव को कवरेज करेंगे साथ नवीन क़ृषि ओर पशुपालन की ऊनत तकनीकी की जानकारी देते हुई सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डालते हुई किसान का समस्या पर फीडबैक भी भविष्य के लिए लेगी l

डॉ तोमर ने बताया कि अविकानगर संस्थान की वैज्ञानिक टीम राज्य के टोंक, जयपुर, दौसा एवं डूंगरपुर जिले मे वहां के केवीके जिले की टीम के साथ मिलकर अपने संस्थान की नवीन तकनिकीयों की भी जानकारी साथ मे देंगे l वैसे हमने “किसान हमारी प्राथमिकता” को सबसे ऊपर रेखते हुई राज्य के विभिन्न जिलों मे कार्यक्रम हर वर्ष करते है क्योंकि मेरा मानना है कि जब किसान ओर विज्ञान का एक साथ मिलकर चलेंगे तोह आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत का सपना जरूर पुरा होगा l जब जब देश का अनदाता विज्ञान के साथ चला है उसने पैदावार के रिकॉर्ड उत्पन्न किये है l अत मे इस अवसर पर राज्य की सभी टीम को अपने देश सेवा के जज़्बात के साथ अपने किसान भाई से दिल से जुड़ने की की अपील करता हु l साथ मे देश का हर किसान की इस मे भागीदारी के लिए भी आमंत्रित करता हु कि आपके क़ृषि के लिए वैज्ञानिक सलाह, अपनी प्रगतिशील सफलता एवं समस्याओ को इस अवसर शेयर करें l जिससे हम सब मिलकर सुनहरा भविष्य का निर्माण कर सके l

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