जयपुर। राजस्थान के लिए आज का दिन ना सिर्फ महत्वपूर्ण है, बल्कि ऐतिहासिक है। दरअसल, इतिहास के पन्नों में आज 7 अगस्त की तारीख 19 नए ज़िलों और 3 नए संभागों के स्थापना दिवस के तौर पर अंकित होने जा रही है। हालांकि इनमें से जिला जयपुर और जिला जोधपुर पूर्व स्थापित माने गए हैं, लिहाज़ा इन दो ज़िलों को छोड़ 17 नए ज़िलों में आज स्थापना कार्यक्रम रखे गए हैं। सीएम गहलोत की जयपुर से वर्चुअल मौजूदगी में आज इन सभी नए ज़िलों में स्थापना कार्यक्रम समारोहपूर्वक मनाए जा रहे हैं।
बटन दबेगा… और हो जाएगी स्थापना
सीएम अशोक गहलोत आज वर्चुअल माध्यम से नए जिलों कीसभी धर्मगुरुओं की उपस्थिति में विधि-विधान से स्थापना करेंगे। सीएम आवास पर आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री गहलोत बटन दबाकर शिला पट्टिकाओं का अनावरण करने के साथ ही नए जिलों का औचारिक उद्घाटन करेंगे। समारोह की अध्यक्षता राजस्व मंत्री रामलाल जाट करेंगे।
सभी नए ज़िलों में समारोहपूर्वक होंगे कार्यक्रम
19 नए जिलों में स्थापना समारोह की अध्यक्षता सरकार के मंत्री करेंगे। श्रम राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई सांचौर जिले में, सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजनाडीडवाना-कुचामन जिले में, आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविंद राम मेघवाल अनूपगढ़ जिले में, उद्योग मंत्री शकुंतला रावत नीमकाथानाजिले में, वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी बालोतरा जिले में, खान एवं पेट्रोलियम मंत्री प्रमोद जैनभाया केकड़ी जिले में, उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र सिंह यादव कोटपूतली-बहरोड जिले में, सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजन लाल जाटवगंगापुर सिटी जिले में, पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह डीग जिले में, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली खैरथल-तिजारा जिले में, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास सलूंबर जिले में, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री महेश जोशी शाहपुरा जिले में, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेशब्यावर जिले में, नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल दूदू जिले में, शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कला एवं अल्पसंख्यकमामलात मंत्री शाले मोहम्मद फलौदी जिले में, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया जयपुर ग्रामीण, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग जोधपुर ग्रामीण जिले में आयोजित होने वाले स्थापना समारोह की अध्यक्षता करेंगे।
जयपुर ज़िले का बदला भूगोल, ये हुए बदलाव
जयपुर जिला अब 4 हिस्सों में विभाजित हुआ है, जिनमें जयपुर जिला, जयपुर ग्रामीण जिला, कोटपूतली-बहरोड़ और दूदू शामिल रहेंगे। जयपुर जिले का मुख्यालय जयपुर होगा, जिसमें जयपुर, आमेर और सांगानेर के 3 उपखंड शामिल रहेंगे। जयपुर उपखण्ड में नगर निगम जयपुर हैरिटेज और नगर निगम जयपुर ग्रेटर के अन्तर्गत आने वाले सभी क्षेत्र और कालवाड़ तहसील का नगर निगम जयपुर ग्रेटर में आने वाला भाग शामिल होगा। वहीं आमेर उपखंड में आमेर तहसील का नगर निगम हैरिटेज का समस्त भाग और सांगानेर उपखंड में सांगानेर तहसीलका नगर निगम ग्रेटर में आने वाला भाग शामिल होगा।
जिला जयपुर ग्रामीण का ये होगा स्वरूप
जयपुर ग्रामीण में 13 उपखण्ड शामिल रहेंगे, जिनमें जयपुर, सांगानेर, आमेर उपखंड के नगर निगम परिक्षेत्र के अलावा बस्सी, चाकसू, जमवारामगढ़, चौमूं, सांभरलेक, माधोराजपुरा, रामपुराडाबड़ी, किशनगढ़ रेणवाल, जोबनेर, शाहपुरा शामिल किए गए हैं।
जिला दूदू में हुआ ये बदलाव
दूदू की जनता की बरसों पुरानी मांग को पूरा करते हुए जयपुर जिले का पुनर्गठन कर दूदू को नया जिलाबनाया गया है। इसमें मौजमाबाद, दूदू एवं फागी उपखंड एवं तहसीलेंशामिल की गई है।
जिला कोटपूतली-बहरोड़ में हुआ ये बदलाव
जिला कोटपूतली-बहरोड़ में 7तहसीलों को शामिल किया गया है, जिनमें बहरोड़, बानसून, नीमराणा, नारायणपुर, कोटपूतली, विराटनगर, पावटातहसीलें शामिल रहेंगी।
जनता को इन फायदों की उम्मीद
नए जिलों के गठन से जहां सरकार को अपनी योजनाओं के क्रियान्वयन से लेकर प्रशासनिक कामकाज में सहूलियत की उम्मीद है तो वहीं आमजन को अपने कई तरह के कामों को आसान और बेहतर तरीके से होने की उम्मीद है।
नए ज़िले-संभाग बनने से जनता को अब अपनी परिवेदनों के निस्तारण के लिए सैकड़ोंकिलोमीटर की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी जिससे उनके समय और धन की भी बचत होगी। बुनियादी ढ़ांचे में सुधार होने के साथ-साथ पुलिस एवं प्रशासन का नियंत्रण भी और बेहतर हो सकेगा।