
जयपुर के सांगानेर स्थित भिक्षुक पुनर्वास गृह, निर्धन, निराश्रित, बुज़ुर्ग जनों का निशुल्क आवास पर गुरु पूर्णिमा के अवसर पर हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
हवन जहां एक और वातावरण की शुद्धि लेकर आता है वही मानसिक शांति की अनुभूति भी होती है।
इस पुनर्वास गृह में ऐसे बहुत सारे लोग रहते हैं जो बड़ी उम्र के एकल व्यक्ति हैं , उम्र के इस पड़ाव पर इन्हें किसी प्रकार का रोजगार नहीं मिल पाता है , शारीरिक या मानसिक कष्ट से ग्रसित हैं ; ऐसे में मजबूरी में भिक्षावृत्ति करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता। मानसिक शांति के लिए समय समय पर सभी के हित के लिए हवन ,पूजन, भजन आदि कार्यक्रम नियमित रूप से करवाए जाते रहते हैं। आज गुरु पूर्णिमा के अवसर पर संस्थान प्रमुख ईवादीप सक्सेना ने बताया की यहां रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में अलग-अलग प्रकार के कष्ट हैं कोई बुजुर्ग होने के कारण परिवार द्वारा घर से निकाल दिया गयाहै , तो किसी के शारीरिक और मानसिक कष्ट है। ऐसे में यह सड़क पर लावारिस ना घूमें तथा कुछ बेसिक ट्रेनिंग के बाद इन्हें समुचित रोजगार मिले इस बात का ख़ास ध्यान रखा जाता है।