कॉलेज शिक्षा से जुड़े विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी : निःशुल्क होगी पढ़ाई,डूंगर कॉलेज को चार विषय आवंटित
बीकानेर@जागरूक जनता। काॅलेज शिक्षा विभाग ने प्रदेश में विद्यार्थियों को कोराना जनित नकारात्मक एवं निराशाजनक मानसिकता से विमुख कर उनमें सकारात्मक ऊर्जा संचार, विषयपरक ज्ञानवर्धन, अकादमिक समस्या समाधान एवं समय का रचनात्मक सदुपयोग सुनिश्चित करवाने के लिए राजस्थान द्वारा ज्ञानदूत कार्यक्रम आरम्भ किया है। आयुक्त काॅलज शिक्षा सन्देश नायक ने बताया कि इस कार्यक्रम में राज्य के सभी राजकीय, निजी एवं विश्वविद्यालयी संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थी जुडकर निःशुल्क पढ सकेंगे। इस कार्यक्रम में पहले चरण में 22 विषयों में कक्षाएं आरम्भ करवाई जा रही हैं, जिसमें कला के 13, विज्ञान के 7, वाणिज्य का 1 एवं विधि विषयों में कक्षाएं होंगी। डूंगर काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. जी.पी.सिंह ने बताया कि इस हेतु काॅलेज शिक्षा आयुक्तालय ने कार्यक्रम में कक्षाओं का निःशुल्क लाभ लेने के लिये रजिस्ट्रेशन लिंक जारी कर दिया है, तथा सभी प्राचार्यों को इस लिंक एवं सूचना को अधिकाधिक विद्यार्थियों तक पहुंचाने के निर्देश भी दिये गये है। कक्षाओं के संचालन का दायित्व भी 12 राजकीय महाविद्यालयों को दिया गया है।
प्राचार्य डाॅ. सिंह ने बताया कि बीकानेर के डूंगर काॅलेज को रसायन शास्त्र, भौतिक शास्त्र, दर्शनशास्त्र एवं लोक प्रशासन विषयों में यह कार्यक्रम आवंटित किया गया है। भौतिक शास्त्र हेतु डाॅ. एम.डी. शर्मा, रसायन शास्त्र हेतु डाॅ. नरेन्द्र भोजक, दर्शनशास्त्र हेतु डाॅ. सुमित्रा चारण एवं लोक प्रशासन हेतु डाॅ. साधना भण्डारी को प्रभारी बनाया गया है।
आयुक्तालय ने इन महाविद्यालयों को विषय आवंटन करते हुए निर्देशित किया गया है कि वे विद्यािर्थयों को यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीमिंग से जुडने के लिये व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। साथ ही, विषय विशेषज्ञों द्वारा पढाई जाने वाली कक्षाएं रिकार्ड करवाई जायेंगी, ताकि उन्हें ज्ञानदूत चैनल पर अपलोड किया जा सके। इस हेतु एक केन्द्रीयकृत ई-रिपोजिटरी भी तैयार की जावेगी जिसमें उपलब्ध ई-कन्टेन्ट व्याख्यानों को विद्यार्थी बार बार कभी भी देख और पढ सकेगे।
इस कार्यकम की शुरुआत 9 जून से हो रही है। ज्ञानदूत कार्यक्रम में 22 विषयों के समन्वय हेतु चयनित महाविद्यालयों से ही 22 संकाय सदस्यों को समन्वयक बनाया गया है। विभाग द्वारा इस कार्यक्रम को आरम्भ करने संबंधी सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। दूसरे चरण में अन्य विषयों को भी सम्मिलित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के लिये स्वैच्छिक आधार पर कक्षाएं लेने के लिये शिक्षकों का अच्छा रिस्पाॅन्स मिल रहा है। साथ विद्यार्थी भी इस कार्यक्रम के प्रति उत्साहित हैं। अभी तक 11 हजार से अधिक विद्यार्थी रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं।
विद्यार्थियों की सुविधा को देखते हुए इन कक्षाओं का समय विभाग द्वारा प्रातः 10.30 बजे से अपरान्ह 2.00 बजे तक रखा गया है। स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के लिये ये कक्षाएं 31 जुलाई 2021 तक संचालित करवाई जायेगी। इन कक्षाओं के लिये विभाग द्वारा 6 जून को प्रोग्राम एवं चैनल्स के यूआरएल जारी कर दिये जायेगें। विषयवार एक ही चैनल यूआरएल उस विषय की सभी कक्षाओं के लिये कार्य करेगा, परन्तु अलग अलग विषय के यूआरएल भी अलग अलग ही होंगे।
इस पूरी परियोजना की माॅनिटरिंग आयुक्तालय काॅलेज शिक्षा जयपुर की नवाचार एंव कौशल विकास टीम कर रही है, तथा इसके लिये एक राज्य स्तरीय समिति का भी गठन किया गया है जिसमें महाविद्यालयों से भी संकाय सदस्यों को सम्मिलित किया गया है।
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