- कांग्रेस: 7 मंत्रियों ने दिए दावेदारों के नाम, अब प्रभारी बांटेंगे सिंबल
- बीजेपी : प्रत्याशियों के नाम लाने की सीमा समाप्त, आज सूची संभव
जयपुर। पंचायत व जिला परिषद के चुनावों को लेकर कांग्रेस में टकराव बढ़ गया है। पिछली बार जिला परिषद के चुनावों में विधायकों के जरिए सिंबल बांटे गए थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने चुनाव तैयारियों को लेकर पीसीसी में कांग्रेस नेताओं की बैठक ली। उनका कहना है कि जिस जिले में संगठन का जो भी प्रभारी होगा वही सिंबल बांटेगा।
हालांकि टिकट दावेदारों के नाम विधायकों से ही लिए हैं। जयपुर, भरतपुर, जोधपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर व सिरोही में चुनाव होने हैं। इन जिलों में 47 विधानसभा सीटों में से 33 कांग्रेस, 6 कांग्रेस समर्थक निर्दलीय, एक आरएलपी व 7 भाजपा विधायक हैं। सीएम अशोक गहलोत के अलावा 7 विधायक सरकार में मंत्री भी हैं।
पंचायत व जिला परिषद के चुनावों को लेकर कांग्रेस में टकराव बढ़ गया है। पिछली बार जिला परिषद के चुनावों में विधायकों के जरिए सिंबल बांटे गए थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने चुनाव तैयारियों को लेकर पीसीसी में कांग्रेस नेताओं की बैठक ली। उनका कहना है कि जिस जिले में संगठन का जो भी प्रभारी होगा वही सिंबल बांटेगा।
हालांकि टिकट दावेदारों के नाम विधायकों से ही लिए हैं। जयपुर, भरतपुर, जोधपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर व सिरोही में चुनाव होने हैं। इन जिलों में 47 विधानसभा सीटों में से 33 कांग्रेस, 6 कांग्रेस समर्थक निर्दलीय, एक आरएलपी व 7 भाजपा विधायक हैं। सीएम अशोक गहलोत के अलावा 7 विधायक सरकार में मंत्री भी हैं।
पंचायत चुनाव में परफॉर्मेंस बेहतर करने की कवायद
पंचायत चुनाव के पहले चरण में कांग्रेस की तुलना में बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा रहा था। हालांकि इसके बाद के चुनावाें में कांग्रेस ने अपने प्रदर्शन में सुधार किया है। निकाय चुनाव में भी कांग्रेस ने अच्छा परफॉर्म किया था। ऐसे में बीजेपी चाहती है कि इस बार के पंचायत चुनाव में पार्टी अपनी परफॉर्मेंश बेहतर बनाए।
हालांकि पार्टी के नेता पंचायत चुनावों में सरकार के खिलाफ किसानों की कर्जमाफी और कानून व्यवस्था के मुद्दे उठाने सहित कई रणनीति पर काम कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस पंचायत चुनाव काे लेकर पार्टी आलाकमान तक नजर बनाए हुए हैं। ये भी तय माना जा रहा है कि इन चुनाव परिणामाें का असर दाे विधानसभा सीटाें पर हाेने वाले उपचुनावाें पर देखने काे मिलेगा।
स्थानीय इकाई काे दी जाएगी तवज्जाे
प्रदेश भाजपा ने इस बार पंचायत चुनाव के लिए एक तय फॉर्मूले के तहत ही उम्मीदवार चयन का दावा किया है। हालांकि हर बार कि तरह इस बार भी टिकट चयन में स्थानीय इकाई को तवज्जो देने की बात की जा रही है। स्थानीय इकाई ही स्क्रीनिंग करके आम सहमति बनाएगी जिसके बाद प्रत्याशियों के नामों का ऐलान होगा।