फिनलैंड ने अपने नागरिकों के लिए डिजिटल पासपोर्ट लॉन्च किया है। ऐसा करने वाला फिनलैंड पहला देश बन गया है। आइए जानते हैं क्या होता है डिजिटल पासपोर्ट?
नई दिल्ली. Digital Passport: फिनलैंड डिजिटल पासपोर्ट लॉन्च करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। फिनलैंड ने फिनएयर, फिनिश पुलिस और हवाईअड्डा संचालक फिनेविया के साथ मिलकर डिजिटल पासपोर्ट लॉन्च किया है। इस परीक्षण से फिनलैंड डिजिटल पासपोर्ट का ट्रायल करने वाला पहला देश बन गया है। बता दें कि यह ट्रायल 2024 तक चलेगा। डिजिटल पासपोर्ट का लंदन, मैनचेस्टर और एडिनबर्ग के लिए उड़ान भरने वाले फिनिश नागरिक ही इस सुविधा का लाभ उठा सकते है।
क्या होता है डिजिटल पासपोर्ट?
डिजिटल ट्रैवल क्रेडेंशियल फिजिकल पासपोर्ट का डिजिटल रूप है। डिजिटल पासपोर्ट को स्मार्टफोन में भी स्टोर किया जा सकता है। डिजिटल पासपोर्ट अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन के मानकों का पालन करता है, जो डिजिटल यात्रा दस्तावेजों के लिए वैश्विक ढांचे पर काम कर रहा है। दुनिया में पहली बार फिनलैंड डिजिटल पासपोर्ट का परीक्षण कर रहा है। फिलहाल फिनिश नागरिकों को ही यह सुविधा मुहैया कराई गई है। फिनिश नागरिक सिर्फ फिनलैंड और यूके के बीच में यात्रा कर सकते हैं।
बता दें कि जो भी नागरिक डिजिटल पासपोर्ट सुविधा का लाभ उठाना चाहते हैं उनको फिन डीटीसी पायलट डिजिटल ट्रैवल डॉक्यूमेंट ऐप डाउनलोड करना होगा। यात्री को पुलिस के समक्ष रजिस्ट्रेशन करना होगा और उनके उड़ान से 4 से 36 घंटे पहले अपने यात्रा की डाटा फिनिश बॉर्डर गार्ड को जमा करना होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक बार रजिस्टर्ड होने के बाद यात्री फिनलैंड से यात्रा करते समय अपने डिजिटल दस्तावेजों का उपयोग कर सकते हैं।
यात्री को अपना डिजिटल पासपोर्ट के साथ हेलसिंकी हवाई अड्डे पर अपनी फोटो खींचकर और अपने डीटीसी में स्टोर किए गए पासपोर्ट के साथ अपनी पहचान वेरिफाई करवाना पड़ेगा। हालांकि यह एक ट्रायल है इसलिए नागरिकों को अपना फिजिकल पासपोर्ट भी साथ लेकर जाना होगा और उसे फिनलैंड और यूके में सीमा नियंत्रण पर स्कैन करवाना होगा। यदि पायलट प्रोजेक्ट सफल साबित होता है, तो यात्रियों को भविष्य में फिजिकल पासपोर्ट ले जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।