जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2024 का गुरुवार को आगाज हो गया। बता दें कि आज जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का उद्घाटन राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीयाकुमारी ने किया। उन्होंने कहा कि आज जेएलएफ ने देश ही नहीं विदेश में भी अपनी पहचान बना ली है
जयपुर. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2024 का गुरुवार को आगाज हो गया। बता दें कि आज जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का उद्घाटन राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीयाकुमारी ने किया। उन्होंने कहा कि आज जेएलएफ ने देश ही नहीं विदेश में भी अपनी पहचान बना ली है। राजस्थान और खासकर जयपुर के टूरिज्म को निश्चित रूप से इस फेस्टिवल से बूम मिलेगा। इस दौरान आज पेश होने वाले बजट पर दीयाकुमारी ने कहा कि भाजपा सरकार हमेशा से ही आम जनता के हितों का ख्याल रखती है। ऐसे में इस बजट से भी देश के हर वर्ग को राहत महसूस होगी। इस मौके पर जेएलएफ के फाउंडर नमिता गोखले, विलियम डेलरिम्पल और संजोय के रॉय ने उद्घाटन सत्र को सम्बोधित किया। तीनों ने 17 साल के इस सफर के बारे में जानकारी दी।
बता दें कि फेस्टिवल के 17वें एडिशन के साथ दुनियाभर के लेखकों की जमात जयपुर में जुट चुकी है। एक नहीं, कई भाषाओं की किताबों और उनके लेखकों से मिलने का यह एक बड़ा मौका है। साहित्य में भी लेखन ही नहीं, फिल्म, संगीत, नृत्य की कलाओं को भी इसमें शामिल किया गया है।
आज सुबह 11 बजे पहले सेशन BAAL-O-PAR: THE BEATING HEART OF POETRY में बॉलीवुड के महान गीतकार गुलजार अपनी आवाज में गीत, गजल सुनाएंगे। गुलजार को सुनने हर साल यहां बड़ी संख्या में फैन्स पहुंचते हैं। गुलजार के साथ जानी-मानी उर्दू की कलमकार रक्षंदा जलील बात करने वाली हैं। वैन्यू का सबसे बड़ा मंच इसके लिए तैयार है।