प्रदेश में डीएपी, एसएसपी व एनपीके बुवाई के लिए पर्याप्तः कृषि विभाग

राज्य सरकार डीएपी आपूर्ति बढाने के लिए निरन्तर प्रयासरत

जयपुर। आयुक्त कृषि सुश्री चिन्मयी गोपाल ने बताया कि राज्य सरकार प्रदेश में डीएपी आपूर्ति में सुधार लाने के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है। साथ ही किसानो को डीएपी उर्वरक के विकल्प के तौर पर एसएसपी एवं एनपीके का उपयोग करने की सलाह दी जा कर वैकल्पिक उर्वरकों की खपत बढाई गई है । माह अक्टूबर 2023 की तुलना में अक्टूबर 2024 में एसएसपी का 76 प्रतिशत एवं एनपीके उर्वरकों का 221 प्रतिशत अधिक उपयोग किया गया है |

आयुक्त कृषि ने बताया कि देश मे डीएपी उर्वरक की आपूर्ति काफी हद तक विदेशी आयात पर निर्भर है। इस साल आयात कम होने से पूरे देश में ही डीएपी की मांग व आपूर्ति का अन्तर बढ गया है, जिससे अन्य राज्यों के साथ-साथ राजस्थान राज्य भी प्रभावित हुआ है। राज्य में इस वर्ष रबी सीजन के दौरान अक्टूबर व नवम्बर माह में 2 लाख 81 हजार मै.टन मांग के विरूद्ध 2 लाख 8 हजार मैं टन (74 प्रतिशत) डीएपी की आपूर्ति हुई है। वर्तमान में राज्य में 41 हजार मै.टन डीएपी का स्टॉंक उपलब्ध है जो औसत दैनिक डीएपी की खपत के आधार पर 10 दिन के लिए पर्याप्त है तथा 20 हजार मैं.टन आगामी 2-3 दिन में आपूर्ति होने जा रही है।
शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी ने बताया कि राज्य सरकार भारत सरकार से समन्वय बनाकर अधिकाधिक डीएपी की आपूर्ति के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उर्वरको की कालाबाजारी, जमाखोरी एवं नकली उर्वरको पर अंकुश लगाने के लिए कृषि विभाग द्वारा समय-समय पर विशेष गुण-नियंत्रण अभियान चलाये जाते है। रबी मौसम पूर्व सघन गुण -नियंत्रण अभियान दिनांक 15 सितम्बर से संचालित किया गया, जिसके तहत पूरे राज्य में विभागीय उर्वरक निरीक्षकों द्वारा 5478 कृषि आदान विक्रेताओं, निर्माताओं एवं खुदरा व्यवसायियों के प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया तथा जिसमें कालाबाजारी, जमाखोरी एवं अनियमितता पाये जाने पर 618 को कारण बताओ नोटिस, 58 विक्रय पर रोक, 39 प्राधिकार पत्र निलम्बित, 8 प्रतिष्ठानो पर उर्वरक जब्ती एवं 7 विक्रताओं के प्राधिकार पत्र निरस्त तथा 5 फ़र्मों के विरूद्व एफआईआर दर्ज कराई गई।

उर्वरक जब्ती कार्यवाही के अन्तर्गत बिना प्राधिकार पत्र के बंसल खाद बीज भण्डार, सीकरी डीग के सात अवैध गोदामों पर डीएपी के 3639, यूरिया के 7046, एसएसपी के 540 एवं जिंक सल्फेट के 20 कट्टे जब्त कर जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट से राजसात करवा दिया गया है।

जयपुर जिले में एनपीके एवं जिंक सल्फेट के कुल 41.51 मै.टन जब्त कर एवं बीकानेर में अवैध गोदामों से नकली डीएपी एवं पोटाश ड्राईव्ड फ्रोम मोलासिस (पीडीएम) के 305 कट्टे जब्त किये गये। कार्यालय जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, जयपुर एवं बीकानेर में आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत इस्तगासा दायर किया गया।
हिण्डौन सिटी में रामखिलाडी जाटव के मकान में नीरज कुमार द्वारा नकली डीएपी की पैकिंग करता हुआ पकडा गया, जिसमें आईपीएल ब्रांण्ड के डीएपी 160 कट्टे एवं चम्बल फर्टिलाईजर ब्रांण्ड डीएपी के 4 कट्टे भरे हुए एवं 30 कट्टे खाली तथा रामबाण एसएसपी जूबिलेन्ट कम्पनी के 195, आपीएल डीएपी के 10 खाली कट्टे जब्त कर उर्वरको के सैम्पल जांच के लिए भिजवाये गये है।
राज्य में रबी सीजन 2024-2025 के दौरान उर्वरको की गुणवत्तायुक्त आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु 23 नवम्बर से 30 नवम्बर तक पुनः विशेष गुणनियंत्रण अभियान संचालित किया जायेगा।

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