औसतन प्रतिदिन दो बैठकें ले रहे हैं सीएम गहलोत, 10 मार्च से 10 मई तक ले चुके हैं डेढ़ सौ से ज्यादा बैठकें, डेढ़ माह से सीएम आवास से बाहर नहीं आए सीएम, 31 मार्च को सीएम हाउस से बाहर गए थे गहलोत, एक साल से सीएम हाउस को किया सीएमओ में तब्दील
जयपुर। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मार्च माह में तेजी से पैर पसारने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार कोरोना की समीक्षा बैठक करके कोरोना पर लगाम लगाने का प्रयास करते हुए आ रहे हैं। हालांकि फिलहाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोरोना पॉजिटिव होने के बाद होम क्वारेंटाइन रहते हुए भी लगातार कोरोना की समीक्षा बैठकें लेकर अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे हैं।
सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अब तक डेढ़ सौ से भी ज्यादा कोरोना समीक्षा बैठकें ले चुके हैं। यह सभी बैठकें 10 मार्च से लेकर 10 मई के बीच हुई हैं। ऐसे में यह अपने आप में एक रिकॉर्ड बनता जा रहा है।
प्रतिदिन औसतन 2 बैठकें
सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रतिदिन औसतन दो समीक्षा बैठक लेते आ रहे हैं। हालांकि अभी सभी बैठकें वर्चुअल हो रही हैं लेकिन इससे पहले मार्च और अप्रैल के मध्य में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री आवास पर ही समीक्षा बैठकर करते आ रहे हैं। समीक्षा बैठकों के दौरान कई बार मुख्यमंत्री सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी ओपन बैठ कर ले चुके हैं, जिस का लाइव प्रसारण जनता भी देख चुकी है।
डेढ़ माह से नहीं आए मुख्यमंत्री आवास से बाहर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले डेढ़ माह से सीएम हाउस से बाहर नहीं आए हैं। गहलोत सीएम हाउस में रहकर ही तमाम बैठकें और कामकाज वर्चुअल तौर पर ले रहे हैं। सीएम गहलोत आखरी बार 31 मार्च को असम दौरे पर गए थे जहां उन्होंने पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार किया था और उसके बाद 1 अप्रैल को जयपुर लौट आए थे।
एक साल से सीएमआर को बनाया मुख्यमंत्री कार्यालय
वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीते साल प्रदेश में हुई कोरोना की दस्तक के बाद मुख्यमंत्री आवास को ही मुख्यमंत्री कार्यालय में में तब्दील कर दिया है। लगातार एक साल से मुख्यमंत्री सीएमओ की बजाए सीएमआर से ही तमाम गतिविधियां संचालित करते हैं। इनमें कोरोना समीक्षा बैठकों के साथ ही सरकार से जुड़े कामकाज भी सीएमआर से ही चल रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीते साल भी लगातार 200 से ज्यादा समीक्षा बैठकें ली थीं।