पायलट ने लिखा- यह असभ्य शब्दावली संस्कारहीन सोच का प्रमाण
जागरूक जनता नेटवर्क
जयपुर। कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे दिवंगत शीशराम ओला के खिलाफ बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया की टिप्पणी पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। भाटिया की टिप्पणी पर देश-प्रदेश के नेताओं ने आक्रोश जताया है। सीएम अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, राष्ट्रीय लोक दल अध्यक्ष जयंत चौधरी, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला आदि ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
सीएम अशोक गहलोत ने लिखा है- स्वर्गीय शीशराम ओलाजी ने 60 साल से अधिक समय तक सामाजिक, राजनीतिक क्षेत्र में रहकर किसानों के हितों की रक्षा की। वे केंद्र और राज्य दोनों सरकारों में कई बार कैबिनेट मंत्री रहे। 1968 में उन्हें समाजसेवा के लिए पद्मश्री सम्मान मिला। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया की ओला पर की गई टिप्पणियों की मैं भर्त्सना करता हूं। इससे प्रदेश की जनता में भारी आक्रोश है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अविलंब राजस्थान की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
पायलट का पलटवार, लिखा- असभ्य शब्दावली संस्कारहीन सोच का प्रमाण
सचिन पायलट ने भाटिया की टिप्पणी पर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पलटवार किया है। पायलट ने लिखा है- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और किसान हितैषी स्व. शीशराम ओला जी पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता की अमर्यादित टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है। देश-प्रदेश के विकास में शीशरामजी का बड़ा योगदान है। इस असभ्य शब्दावली का प्रयोग ऐसे नेताओं की संस्कारहीन सोच का प्रमाण है।
सुरजेवाला का ट्वीट- किसानों के प्रति दुर्भावना का प्रतीक
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भाटिया के बयान पर निशाना साधा है। सुरजेवाला ने ट्वीट किया है- चौधरी शीशराम ओला देश के किसानों के क़द्दावर नेता थे, जिनका ज़मीनी संघर्ष और जुड़ाव आज भी राजस्थान माटी में समाया है। मरणोपरांत उनके प्रति ऐसी घटिया भाषा का प्रयोग किसानों व राजस्थान के प्रति भाजपाई दुर्भावना को दिखाता है।
डोटासरा का पलटवार
गौरव भाटिया के बयान पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर पलटवार किया है। डोटासरा ने लिखा है- पद्मश्री से सम्मानित, किसानों के गौरव रहे स्व. शीशरामजी ओला के बारे में की गई यह टिप्पणी बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। सतीश पूनियाजी, क्या आप भी आपकी पार्टी के इन सज्जन महानुभाव के ऐसे घटिया विचारों से सहमत हैं? आखिर किसान कौम से इतनी नफरत क्यों है भाजपा को?
ओला की पौत्रवधू का निशाना
ओला की पौत्रवधू आकांक्षा ओला ने भाटिया पर पलटवार करते हुए लिखा- बीजेपी के दलबदलू प्रवक्ता नहीं जानते 2009 में आडवाणी जी 81 की उम्र में PM पद की दावेदारी कर रहे थे, जिनका सपना मनमोहनजी की वापसी से चकनाचूर हो गया। 2004 तक वाजपेयी जी 80 की उम्र में PM थे, जिनका वापसी का सपना सोनियाजी ने चकनाचूर कर दिया। बड़ों की इज़्ज़त करना सीखो।
जयंत चौधरी ने लिखा
राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने लिखा- चौधरी शीशराम ओला जी कद्दावर नेता थे। उनकी छवि एक भले व नेक इंसान की रही। बहुत बार मैंने उनको लोगों के काम करते देखा। युवा सांसदों के साथ बैठते थे। मेरा सौभाग्य था, उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया। बहुत बुरा लगता है, जब आज सत्ता के नशे में चूर, अहंकारी उनका ऐसे अपमान कर रहे हैं।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष डूडी ने साधा निशाना
यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने गौरव भाटिया पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया- काश आपके पिता आज जीवित होते,तो ‘पुर्जे’ और ‘ऊर्जा’ जैसी घटिया टिप्पणी एक वरिष्ठ जननेता के लिए कभी नहीं करते। पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने लिखा- सत्ता के अहंकार में किसान कौम का अपमान, सही वक्त पर जवाब जरूर देगा हिंदुस्तान।
आपके और बीजेपी दोनों के पुर्जे हिला देते
एनएसयूआई के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष पायलट समर्थक नेता अभिमन्यू पूनिया ने लिखा है- गौरव भाटिया, शीशरामजी ओला अभी जिंदा होते, तो बीजेपी और आपके दोनों के पुर्जे हिला देते। आपको देश के बड़े किसान नेता पद्मश्री ओलाजी पर इस तरह की टिप्पणी करते हुए शर्म आनी चाहिए।
कांग्रेस और किसान लड़ते रहेंगे
पूर्व राज्यसभा सांसद अश्क अली टाक ने लिखा- भाजपा के बड़बोले प्रवक्ता ने कांग्रेस के वरिष्ठ दिवंगत नेता पद्मश्री शीशरामजी ओला के लिए ओछी भाषा बोलकर अपनी मानसिक दिवालियापन का परिचय दिया। कांग्रेस और किसान इस प्रकार की विचार धारा के खिलाफ लड़ते रहे हैं और लड़ते रहेंगे।