जयपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव (संचार) एवं सांसद जयराम रमेश ने आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, इन्दिरा गॉंधी भवन, स्टेशन रोड, जयपुर पर प्रेसवार्ता को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि 11 महिने पहले कांग्रेस नेता राहुल गॉंधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में आई थी, यात्रा में श्री राहुल गॉंधी के नेतृत्व में 485 किलोमीटर कांग्रेसजन एवं आम लोग चले, यात्रा 6 जिलों से होकर गुजरी तथा यात्रा सर्वाधिक 16 दिन राजस्थान में रही। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दो असर हुए पहला सगंठन में एकजुटता आई तथा दूसरा देश की राजनीति के लिए परिवर्तनकारी नतीजे सामने आये, जिसका असर कर्नाटक चुनाव के नतीजों में देखने को मिला। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से देश की राजनीति में भी परिवर्तन देखने को मिल रहा है और अब उसका असर राजस्थान में दिखाई देने वाला है। उन्होंने कहा कि यात्रा के समय तीन बड़ी बातें थी, यात्रा निकालना श्री राहुल गॉंधी के मन की बात नहीं थी बल्कि वे जनता की चिंता के लिये निकले थे। उन्होंने कहा कि मंहगाई मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण बढ़ी है, सामाजिक धु्रवीकरण हो रहा है, भाषा के आधार पर प्रांत के आधार पर ध्रुवीकरण हो रहा है और संविधान और संवैधिानिक संस्थाओं पर आक्रमण हो रहा है जिनको लेकर श्री राहुल गॉंधी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी।
श्री जयराम रमेश ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों तथा आगे के पांच वर्षों में कांग्रेस पार्टी क्या करेगी उसके आधार पर हम जनता के बीच जाकर जनादेश मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास दो हथियार है, एक ईडी और सीबीआई जिन पर दो दिन दीवाली का ब्रेक रहेगा तथा दूसरा हथियार धु्रवीकरण है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री आरोप लगा रहे हैं जिसका खंडन भी किया गया था। उन्होंने कहा कि चार घंटे में एक मगरमच्छ पकड़ा गया था और वह भी भाजपा का कार्यकता था। उन्होंने कहा कि यही इस विधानसभा चुनाव में भाजपा के मुद्दे हैं, पीएम, गृहमंत्री, यूपी के सीएम राजस्थान जरूर आयेंगे, जबकि कर्नाटक की जनता ने इस तरह के भाजपा के मुद्दों को नकार दिया है और यहॉं भी जनता ठुकरायेगी। उन्होंने कहा कि जनता भय की राजनीति से, दंगे की राजनीति से और प्रतिशोध की राजनीति से पीडि़त हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सभी राज्यों के लिये गुजरात मॉडल का जिक्र हमेशा करते हैं, पर पिछले 5 वर्षों के लिए हम कह सकते हैं कि राजस्थान मॉडल जिसमें चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना सबसे बड़ी बात है, किसी भी राज्य में 25 लाख का बीमा होना बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि राजस्थान एकमात्र राज्य हैं जहॉं शहरी रोजगार गारंटी कानून बना, पहले यूपीए के समय मनरेगा बना था। उन्होंने कहा कि राजस्थान में गिग वर्कर के लिये सुरक्षा का कानून बना, 500 रूपये में गैस सिलेण्डर वाला पहला राज्य बना, किसानों की कर्ज माफी हई, 100 यूनिट तक बिजली माफ तथा लम्पी से पीडि़त परिवारों को 40 हजार रूपये तक का मुआवजा दिया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है, कांग्रेस पार्टी ने पंाच साल के लिए 7 गारंटी दी है, गारंटी का मतल है कि कांग्रेस पार्टी इसे पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार ने एक माह के अंदर 5 गारंटी दी थी जो उन्होंने पूरी कर दी और उसी के अनुभव के आधार पर कांग्रेस पार्टी प्रदेश में पुन: सरकार बनने पर पहली कैबीनेट की मीटिंग से ही गारंटियों को लागू करना शुरू कर देगी।
उन्होंने के कहा कि प्रधानमंत्री जो प्रचार कर रहे हैं उनके प्रचार में थकावट दिखाई देती है, बौखलाए हुए हैं, इसलिए तुष्टीकरण पर आरोप लगा रहे हैं, महिला अत्याचार की बात कर रहे हैं कि कार्यवाही नहीं हो रही है, ये सब बेबुनियाद बाते है, यह झूठ है और भाजपा वाले झूठ के सिवा कुछ नहीं कहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री राजस्थान सरकार ने जो काम किये हैं उसके बारे में कुछ नहीं कहेंगे और प्रधानमंत्री के पास कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार की बात करते हैं, आदिवासियों पर अत्याचार की बात करते हैं जिसमें सबसे नम्बर वन मध्यप्रदेश है। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा किया जा रहा झूठा प्रचार नहीं चल पायेगा, हिमाचल और कर्नाटक के नतीजे इस बात को सिद्ध करते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ नीतियां केन्द्र सरकार की होती है जिसका असर राज्य सरकार पर भी होता है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के समय में विपक्षी पार्टियों की राज्य सरकारों के साथ भेदभाव होता है जबकि यूपीए के समय में किसी भी राज्य से भेदभाव नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि पिछले 9 सालों में 5 साल राजस्थान की सरकार के साथ भेदभाव हुआ है जो राजस्थान की जनता के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार पिछले तीन साल से ईआरसीपी को लेकर केन्द्र सरकार को खत लिख रही है लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ और जल संसाधन मंत्री राजस्थान के होने के बावजूद इस पर रोडे अटका रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की घोषणा की गई है, इससे 80 करोड़ भारतवासियों को फायदा पहुॅंच रहा है, यह योजना सितम्बर, 2013 में डॉॅ. मनमोहन सिंह के समय में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून लागू किया गया था जिसका दो साल तक प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विरोध किया था तथा बाद में जब कोविड आया तो यही कानून काम का निकला, जिसका नाम बदल दिया गया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अब इस कानून को पांच साल और बढ़ा दिया है जिससे यह स्पष्ट होता है कि लोग पीडि़त हैं, परेशानी में है और केन्द्र सरकार को गरीबों की योजना को आगे बढ़ाना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा रोजगार सृजित करने की बजाए सार्वजनिक कम्पनियों को बेचा जा रहा है जिस कारण देश में युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है एवं लघु उद्योगों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि राजथान में कांगे्रस पार्टी अपने कामों एवं जनकल्याणकारी कार्यों के आधार पर जनता से वोट मांग रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा राजस्थान में किये गये लोककल्याणकारी कार्यों के आधार जनता के आशीर्वाद से प्रदेश में पुन: कांग्रेस की सरकार बनेगी।