वीजा दिक्कतों के कारण नहीं आ पाई थी दुल्हन, 5 महीने पहले बेटा आया था भारत, अब पत्नी भी आई
बाड़मेर। जैसलमेर जिले के बईया गांव के विक्रम सिंह व नेपाल सिंह और बाड़मेर जिल के गिराब निवासी महेंद्र सिंह की शादी पाकिस्तान के सिंध इलाके में ढाई साल पहले हुई थी। लेकिन पुलवामा अटैक व बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद दोनों देशों के रिश्तों में दरार आ गई थी। वीजा नहीं मिलने के कारण दुल्हनें भारत नहीं आ सकी थी, लेकिन दूल्हे वापस वतन लौट आए। नेपाल सिंह और महेंद्र सिंह की दुल्हन मार्च में भारत आ गई थी। अब शुक्रवार को अटॉरी बॉर्डर से विक्रम सिंह की पत्नी निर्मला कंवर भारत पहुंच गई। आज वो बाड़मेर पहुंचेंगे।
दरअसल, जनवरी 2019 में बईया निवासी विक्रम सिंह व नेपाल सिंह की बारात थार एक्सप्रेस से सिंध इलाके पाकिस्तान गई थी। शादी के बाद पुलवामा अटैक व बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद दोनों मुल्कों के रिश्तों दरारें आ गई। इसके बाद थार एक्सप्रेस, बस और हवाई सेवा बंद हो गई थी। दोनों दूल्हे अप्रेल तक पाकिस्तान में ही थे और फिर भारत लौट आए। इस दौरान विजा की दिक्कतों के कारण दोनों दुल्हनें उनके साथ नहीं आ सकी थी। विक्रमसिंह के भारत आने के बाद उसकी पत्नी ने बेटे राजवीर सिंह को पाकिस्तान में ही जन्म दिया।
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के प्रयासों के बाद 9 मार्च को बईया निवासी नेपाल सिंह की पत्नी और गिराब निवासी महेंद्र सिंह की पत्नी अटॉरी बॉर्डर से भारत आए थे। उस समय निर्मला कंवर के पासपोर्ट में टेक्निकल इश्यू की वजह से भारत आने की परमिशन नहीं मिल पाई। विक्रमसिंह और निर्मला कंवर का बेटा राजवीर सिंह निर्मला कंवर की बहन के साथ भारत आ गया। इसके बाद मंत्री ने लगातार अपना प्रयास जारी रखा और शुक्रवार को निर्मला कंवर भी अटॉरी बॉर्डर से भारत पहुंच गई।
बाड़मेर में होगा स्वागत
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी के प्रयासों से 6 महीने के अंतराल में तीनों युवतियां अपने पति के पास पहुंच गई है। करवा चौथ से पहले निर्मला कंवर अपने पति के पास पहुंच गई है। विक्रम सिंह लगातार मंत्री से संपर्क में थे। मार्च में भाई की पत्नी आने के बाद विक्रम सिंह मंत्री से संपर्क करते रहे।
जनवरी 2019 में तीन बारात गई थी पाकिस्तान
पश्चिमी राजस्थान से पहले भी भारत से पाकिस्तान बारात आती और जाती रही है। जनवरी 2019 में बाड़मेर गिराब निवासी महेंद्र सिंह की बारात और जैसलमेर बईया निवासी दो भाइयों विक्रमसिंह और नेपालसिंह की बारात थार एक्सप्रेस से पाकिस्तान के सिंध इलाके में गई थी। तीनों की पाकिस्तान में शादी भी हो गई। तीनों दूल्हे करीब 3-4 माह पाकिस्तान में रुके थे। दोनों मुल्क के रिश्ते में दरार के चलते दुल्हनों को वीजा नहीं मिला था और बारात बिना दुल्हन के वापस लौटी थी।
अगस्त 2019 से थार एक्सप्रेस बंद
जोधपुर से बाड़मेर होते हुए पाकिस्तान जाने वाली थार एक्सप्रेस का संचालन बीते दो सालों से बंद है। पश्चिमी राजस्थान के लोगों की पाकिस्तान में रिश्तेदारी है। थार एक्सप्रेस बंद होने से रिश्तेदार एक-दूसरे मिल नहीं पा रहे हे।
5 महीने बाद मां से मिलेगा बेटा
विक्रम सिंह और निर्मला कंवर का बेटा राजवीर सिंह मार्च में निर्मला कंवर की बहन के साथ भारत आ गया था। करीब पांच महीने बाद मां और बेटा मिलेंगे।