तीर्थराज पुष्कर में ब्रह्मा मंदिर कॉरिडोर को प्रमुख धार्मिक पर्यटन केन्द्र के रूप में किया जाए विकसित – मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा

  • मुख्यमंत्री ने की पर्यटन, कला एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा
  • विकास कार्यों को समय पर करें पूरा, अधिकारियों की तय हो जिम्मेदार
  • पर्यटन क्षेत्र में युवाओं के कौशल व रोजगार के लिए करें कार्य
  • शेखावाटी की हवेलियों की विरासत का करें संरक्षण

जयपुर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार पर्यटन स्थलों पर विश्वस्तरीय सुविधाएं विकसित करने के लिए कटिबद्ध होकर कार्य कर रही हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राजस्थान की गौरवशाली विरासत के संरक्षण के कार्य सुनिश्चित करें ताकि आने वाली पीढ़ियां हमारे इतिहास को समझें, जानें और गौरवान्वित महसूस करें।

श्री शर्मा सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर पर्यटन, कला, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग की बजट घोषणाओं पर आयोजित समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पर्यटन से संबंधित सभी विकास कार्य तय समय पर पूरे किए जाएं। समय पर कार्य पूरा नहीं होने से लागत में वृद्धि होती है जिससे राजस्व की हानि भी होती है। लम्बित कार्यों के लिए संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाए।

जयपुर में बनाएं राज्य स्तरीय संग्रहालय
श्री शर्मा ने पर्यटन विभाग को जयपुर में राज्य स्तरीय संग्रहालय बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस संग्रहालय में राजस्थान के सभी क्षेत्रों की रियासतकालीन विरासत और बहुरंगी कला-संस्कृति को प्रदर्शित किया जाए ताकि किसी भी क्षेत्र से आने वाला आगन्तुक प्रदेश की धरोहर से रूबरू हो सके।

मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शेखावाटी क्षेत्र की पुरानी हवेलियों के संरक्षण के लिए जरूरी कदम उठाएं। हवेलियों के स्थापत्य को नुकसान न हो और आवश्यकता पड़ने पर जीर्णोद्धार के कार्य भी करवाए जाएं। इस संबंध में संबंधित जिला कलक्टरों को निर्देशित किया जाए।

श्री शर्मा ने पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अधिक से अधिक अवसर सृजन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में कार्य करने के इच्छुक युवाओं का कौशल एवं रोजगार प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जाए। श्री शर्मा ने राजीविका, हेन्डीक्राफ्ट, ज्वैलरी, ब्लॉक प्रिन्टिंग के समुचित प्रचार-प्रसार के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री ने पुष्कर में ब्रह्मा मंदिर कॉरिडोर के कार्य की समीक्षा करते हुए कहा कि इसे प्रमुख धार्मिक पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जाए और पर्यटकों को विश्व स्तरीय सुविधाएं एवं सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। श्री शर्मा ने पूंछरी का लौठा के विकास कार्यो में भी गति लाने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने प्रदेश के बाहर स्थित मंदिरों के जीर्णाेद्धार के संबंध में भी अधिकारियों को निर्देशित किया।

बैठक में राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ओंकार सिंह लखावत, मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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