राजस्थान की जनता को जिस तरह से नए सीएम का इंतजार करना पड़ा, उससे भी ज्यादा इंतजार नई सरकार के मंत्रियों का है। लंबा समय बीत जाने के बाद भी अभी तक मंत्रियों की घोषणा नहीं हो पाई है। कयासों के बाजार गर्म हैं, लेकिन तारीख अभी तक तय नहीं हो पाई है।
जयपुर. राजस्थान की जनता को जिस तरह से नए सीएम का इंतजार करना पड़ा, उससे भी ज्यादा इंतजार नई सरकार के मंत्रियों का है। लंबा समय बीत जाने के बाद भी अभी तक मंत्रियों की घोषणा नहीं हो पाई है। कयासों के बाजार गर्म हैं, लेकिन तारीख अभी तक तय नहीं हो पाई है। इसी बीच राजस्थान विधानसभा के नए स्पीकर वासुदेव देवनानी की राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक चर्चा हुई।
स्पीकर बनने के बाद देवनानी की राज्यपाल से यह पहली मुलाकात है। देवनानी पहले विधानसभा पहुंचे और इसके बाद वे विधानसभा से सीधे राजभवन पहुंचे। उन्होंने राज्यपाल मिश्र को पुस्तक भेंट की। इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया जा रहा है। हालांकि जिस तरह से मंत्रिमंडल विस्तार में लगातार देरी हो रही है, उसके मुद्देनजर भी मुलाकात को अहम बताया जा रहा है। राजभवन की ओर से जारी आधिकारिक बयान में विधानसभा स्पीकर प्रो. देवनानी की राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया गया है। इस बयान में कहा गया है कि राज्यपाल कलराज मिश्र से मंगलवार को राजभवन में राजस्थान विधानसभा के निर्विरोध नवनिर्वाचित अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मुलाकात की। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष बनने के बाद देवनानी की राज्यपाल कलराज मिश्र से यह पहली शिष्टाचार भेंट थी।
12 दिन बाद भी मंत्रिमंडल विस्तार नहीं
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने 15 दिसंबर को सीएम पद की शपथ ली थी। इस बात को 12 दिन गुजर चुके हैं, लेकिन अभी तक मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो पाया है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मंत्रियों की शपथ हो चुकी है, फिर भी राजस्थान को इंतजार करना पड़ रहा है। मंत्री नहीं बन पाने के कारण पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित विपक्ष के कई नेता जुबानी हमला बोल रहे हैं।