कृषि मंडी लूट का पर्दाफाश, डीएसटी व बीछवाल पुलिस की मेहनत के आगे धरे गए दो बदमाश, चार की तलाश जारी, देखे वीडियो

बीकानेर@जागरूक जनता। बीकानेर अनाज मंडी में एक दिन पूर्व किसान के साथ हुई लूट के मामले में कार्रवाई करते हुए बीकानेर पुलिस व डीएसटी टीम ने दो अंतर्राज्यीय ठग गिरोह के दो बदमाशों को नागौर से दबोचा है, जिन्हें गिरफ्तार कर बीकानेर लाया गया है । मंगलवार शाम को एसपी ऑफिस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने कृषि अनाज मंडी में हुई लूट का पर्दाफाश करते हुए बताया कि बीछवाल पुलिस व डीएसटी की संयुक्त टीमों ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दो बदमाशों को दबोचा है । जिनकी पहचान राणा का तालाब, बोराज रोड़, फाय सागर, कीर्तिनगर, अजमेर निवासी 55 वर्षीय यायर बेग पुत्र हिम्मत अली शिया व मदारमंडी चुन्ने भट्टी, जन्नत नगर, धारवाड़, कर्नाटक निवासी 30 वर्षीय सलीम शेख पुत्र राजे साहब के रूप में हुई है। इन दोनों वारदातों में इनके चार अन्य साथी भी शामिल रहे थे। उनकी तलाश की जा रही है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि यह एक अंतर्राज्यीय ठगी गैंग है। पूछताछ में इनके द्वारा राजस्थान सहित गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश व दिल्ली में की गई वारदातें भी उजागर होगी।

एएसपी ने बताया बदमाश मंडी में वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। सूचना पर बीछवाल थानाधिकारी मनोज शर्मा मय टीम मौके पहुंची। डीएसटी को भी एक्टिव किया गया। आसपास के सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि बदमाशों ने नोखा रोड़ पकड़ ली है। बीछवाल थानाधिकारी मनोज शर्मा, साईबर सैल के दीपक यादव, डीएसटी के सवाई सिंह आदि नोखा की ओर रवाना हुए। उधर नोखा पुलिस को भी सूचित किया गया मगर आरोपी नागौर की निकल गए। लेकिन साये की तरह पीछे लगी पुलिस ने दोनों बदमाशों को नागौर से दबोच लिया, जंहा से गिरफ्तार कर दोनो आरोपियों को बीकानेर लाया गया है ।

पहले रैकी, फिर नकली पुलिस बनकर वारदात को देते है अंजाम

बदमाश मंडी में फसल बेचने आने वाले किसानों व फसल खरीदने आने वाले बाहरी व्यापारियों पर नजर रख उनकी रैकी करते है। बदमाश इतने शातिर है उसी लोकेशन पर ठगी करते हैं जहां सीसीटीवी नहीं लगे हों। इनमें कुछ बदमाश पहले रैकी करते हैं। गैंग के दो सदस्य मोटरसाइकिल पर नकली पुलिसकर्मी बनकर आते हैं। वे किसान अथवा व्यापारी को खुद को पुलिस बताते हुए कहते हैं कि उनके पास हथियार अथवा ड्रग्स होने की सूचना मिली है। इस बहाने से टारगेट का बैग चैक करने हेतु लेते हैं। फिर पैसे निकालकर बैग वापिस दे देते हैं। पैसे इतने सफाई से निकाले जाते हैं कि उनके जाने के बाद टारगेट को पता चलता है कि उसके साथ ठगी हो चुकी है। 

इन घटनाओं को अंजाम दिया था..
सोमवार को कृषि अनाज मंडी में नकली पुलिस बनकर लुटेरों ने लिखमीदेसर के 26 वर्षीय किसान देवाराम तर्ड को जांच के बहाने उसके थैले में रखे करीब एक लाख नब्बे हजार पार कर लिए और फरार हो गए, वंही 6 सप्ताह पहले यानि 27 नवंबर 2021 को भी हुबहू ऐसी ही घटना हुई थी । जिसमे कानपुर देहात के व्यापारी को नकली पुलिस के भेष में आए लुटेरों ने बड़े शातिराना तरीके से जांच के बहाने 2.25 लाख की लूट की वारदात को अंजाम दिया था।

गौरतलब है, बीकानेर में जब से डीएसटी टीम का गठन हुआ है तब से डीएसटी ने धुंआधार पारी खेलते हुए कईयों को काल कोठरी का रास्ता दिखाया है वंही साईबर सेल के दीपक यादव का हर वारदात को ट्रेस आउट करने में महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है । इस कार्रवाई में बीछवाल थानाधिकारी मनोज शर्मा एवं डीएसटी टीम के सवाईसिंह कानि. की विशेष भूमिका रही ।

इस टीम को मिली सफलता
बीछवाल थानाधिकारी मनोज कुमार शर्मा, डीएसटी प्रभारी सुभाष बिजारणिया, गुमानाराम एएसआई बीछवाल थाना, रामकरणसिंह एएसआई डीएसटी टीम, दीपक यादव हैड कानि. डीएसटी टीम,ओमसिंह हैड कानि., प्यारसिंह हैड कानि. कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर अमृतलाल कानि.,श्योपत कानि, कानदान हैड कानि. , अब्दुल सत्तार हैड कानि.,सवाईसिंह कानि., लखविन्द्र सिंह कानि.,वासुदेव कानि डीएसटी टीम आदि शामिल रहे।

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