बीकानेर@जागरूक जनता। शहर में बढ़ती दुपहिया वाहनों की चोरी के मामले में नयाशहर पुलिस ने चीते सी फुर्ती दिखाई है । जंहा थाना क्षेत्र में चोरी हुई मोटरसाइकिल के मामले में कार्रवाई करते हुए मात्र तीन दिनों में शातिर चोरों की गैंग के दो सदस्यों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया है । वंही चोरी की मोटरसाइकिल को भी बरामद किया है । नयाशहर सीआई गोविंद सिंह चारण ने बताया तीन दिन पहले 8 जनवरी को परिवादी संजय पुरोहित ने लिखित रिपोर्ट दी कि बीती 3 जनवरी को वह कोठारी हॉस्पिटल के बाहर मोटरसाइकिल खड़ी कर अंदर गया था, बाहर आकर देखा तो मोटरसाइकिल गायब थी, जिसे कोई अज्ञात चोर चुरा ले गया । सीआई चारण ने बताया परिवादी की रिपोर्ट पर भादसं 379 के तहत अज्ञात चोर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच रामभरोसे सउनि को सौंपी गई । इस दौरान चोरों को दबोचने के लिए एसपी योगेश यादव के निर्देशन में एक टीम का गठन किया गया । टीम को शहर में हो रही दुपहिया वाहनों की चोरियों को रोकने व पर्दाफाश करने का टारगेट दिया गया ।
शहर से लेकर गांव तक जुटाई सूचना…
सीआई चारण के नेतृत्व में गठित टीम ने बीकानेर शहर व आस पास के गांवो मे मोटरसाईकिल चोरी के आदतन अपराधियो व उनसे जुड़े संदिग्ध लोगो के बारे में सुचना जुटाई, साथ ही अभय कमांड के कैमरों को भी चैक किया गया। इस दौरान साइबर सेल टीम की मदद से शोशल प्लेटफार्म को भी खंगाला गया । आखिरकार कड़ी मेहनत व विश्वनीय मुखबिरों की से मिली सूचना के आधार पर दो आरोपियों जैसला गांव, जोधपुर निवासी 21 वर्षीय हुकमाराम पुत्र मनोहरलाल बिश्नोई व गोडू बज्जू निवासी 23 वर्षीय कमलेश पुत्र चन्दूराम बिश्नोई को ट्रेस आउट कर दस्तयाब किया गया । सीआईए चारण ने बताया पुलिस कस्टडी में आरोपियों से गहन अनुसंधान एवं मनोवैज्ञानिक तरिके से पुछताछ की गई । पुलिस की सख्ताई के आगे दोनो आरोपियों ने अपने जुर्म का कच्चा चिट्ठा पुलिस के आगे रख दिया । आरोपियों ने परिवादी संजय पुरोहित की मोटरसाईकिल चोरी की वारदात करना स्वीकार कर लिया ।
भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्टर चाबी से चंद मिनटों में वारदात को अंजाम
आरोपी हुक्माराम व कमलेश रुपए पैसों की चमक दमक में वे लालच के चलते बड़े ही शातिर तरीके से मोटरसाइकिल चोरी की वारदात को अंजाम देते । इसके लिए बकायदा उन्होंने रूल बना रखे थे जिनको वे फॉलो करते थे। जिसमें वे भीड़भाड़ वाले इलाकों व हॉस्पिटलों व शोरूम, गाड़ी स्टेण्डों के पास खड़े रहकर मोटरसाइकिल की रैकी करते इस दौरान तीसरी आंख सीसीटीवी से बचते हुए रैकी करते और टारगेट सेट कर
लेते । जैसे ही ग्रुप के दूसरे सदस्य से हरी झंडी मिलती तो फिक्स टारगेट पर मास्टर चाबी लगाकर मोटरसाइकिल को पार हो जाते । जिसके बाद उस चोरी की मोटरसाइकिल को कुछ दिन तक अपने पास छुपाकर रखते और जैसे ही मामला ठंडा पड़ता वैसे ही नए गाहक ढूंढकर उनको सस्ते दामो पर बेच डालते ।
इस टीम को मिली सफलता
नयाशहर थानाधिकारी सीआईए गोविन्दसिंह चारण, रामभरोसी सउनि,दिलीपसिंह कानि साईबर सेल, मोहनलाल कानि,भजनलाल कानि,छगनलाल कानि आदि।