वॉशिंगटन। अमेरिका दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार रात अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात की। ये पहला मौका था जब किसी भारतीय मूल की अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने भारतीय प्रधानमंत्री से मुलाकात की है। इस मीटिंग के दौरान कमला हैरिस ने आतंकवाद और इसमें पाकिस्तान की भूमिका का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में कई आतंकी संगठन मौजूद हैं। हैरिस ने पाकिस्तान को नसीहत दी है कि वह आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करे, ताकि ये अमेरिका और भारत की सुरक्षा के लिए खतरा न बनें।
कमला हैरिस ने सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर मोदी के बयान पर भी सहमति जताई। साथ ही इस बात पर एक राय थीं कि भारत कई दशकों से आतंकवाद का शिकार होता रहा है और अब आतंकी संगठनों को पाकिस्तान से मिल रही मदद पर लगाम लगाने और इस पर कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है।
हैरिस से चर्चा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेरा और मेरे डेलिगेशन का स्वागत करने के लिए धन्यवाद। कुछ महीने पहले आपसे बातचीत का मौका मिला था। ये वो समय था, जब भारत कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा था। आपने सहायता के लिए जो हाथ बढ़ाया, उसके लिए आपका शुक्रिया करता हूं।
मोदी ने कहा- आपका उपराष्ट्रपति चुना जाना महत्वपूर्ण
कमला हैरिस से चर्चा में मोदी ने आगे कहा कि अमेरिका में आपका उपराष्ट्रपति चुना जाना महत्वपूर्ण है। यह दुनिया के लिए प्रेरणास्रोत है। आप और बाइडेन मिलकर भारत-अमेरिका के रिश्ते मजबूत करें। हम आपका सम्मान करना चाहते हैं, मैं आपका भारत में स्वागत करना चाहता हूं। आपकी विजय यात्रा ऐतिहासिक है। मोदी ने ये भी कहा कि विश्व की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी डेमोक्रेसी के रूप में भारत और अमेरिका नेचुरल पार्टनर हैं। हमारे मूल्यों में समानता है। हमारा तालमेल और सहयोग भी निरंतर बढ़ता जा रहा है।
हैरिस ने भारत के वैक्सीन एक्सपोर्ट के फैसले पर खुशी जताई
अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने मोदी का स्वागत करते हुए दोनों देशों के मजबूत रिश्तों को नई ऊंचाई देने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि भारत के इस फैसले से बहुत खुश हूं कि वो फिर से वैक्सीन एक्सपोर्ट करने जा रहा है। वहां अब रोजाना एक करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट किया जा रहा है और यह संख्या तेजी से बढ़ रही है। भारत में जब कोविड खतरनाक हुआ तो अमेरिका इस मुश्किल वक्त में उसके साथ खड़ा हुआ था।
हैरिस ने सुरक्षा मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि हम दोनों ही हिंद और प्रशांत महासागर में फ्री ट्रेड और फ्री रूट को अहमियत देते हैं और इस दिशा में काम कर रहे हैं। क्लाइमेट चेंज के मुद्दे को भी भारत सरकार गंभीरता से ले रही है। हमें भरोसा है कि दोनों देश मिलकर पीपुल-टू-पीपुल कॉन्टैक्ट बढ़ाएंगे और दुनिया पर इसका अच्छा असर पड़ेगा।