ज्ञानवापी अपूजित न रहें आदि विश्वेश्वर, कोई करे पूजा, मैं अधिकार का दावा नहीं करताः स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद


ज्ञानवापी परिसर में मिली शिवलिंगनुमा आकृति की पूजा पर अडिग स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि उनके आश्रम श्री विद्या मठ में आने-जाने वालों को पुलिस रोक रही है। नियमित पूजा में शामिल होने वालों को रोका जा रहा है। साफ-सफाई करने वालो को रोका जा रहा है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि हम सिर्फ ज्ञानवापी परिसर में मिली शिवलिंगनुमा आकृति जो आदि विशेश्वर का शिवलिंग है उसकी नियमित पूजा की मांग कर रहे अधिकार की नहीं।

वाराणसी. ज्ञानवापी परिसर के सर्वे के दौरान मिली शिवलिंगनुमा आकृति, आदि विशेश्वर का शिवलिंग है। इससे असंख्य हिंदुओ की आस्था जुड़ी है। वो हमारे अराध्य देव हैं। उनकी नियमित पूजा होनी चाहिए। ये कहना है स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा हम कोई अधिकरा नहीं मांग रहे, हम केवल नियमित पूजा की मांग कर रहे हैं। ये मांग केवल हमारी नहीं बल्कि असंख्य हिंदू जनमानस की है।

बेहतर होता कि शिवलिंग की नियमित पूजा सुनिश्चित होती
उन्होंने कहा कि बेहतर तो ये होता कि ज्ञानवापी परिसर में मिली शिवलिंगनुमा आकृति की नियमित पूजा सुनिश्चित की जाती। कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत डॉ कुलपति तिवारी ने पूजा का अधिकार मांगा है। हम कोई अधिकार की बात नहीं कर रहे। हम सिर्फ इतना चाहते हैं कि वहां नियमित तौर पर पूजा हो, क्योंकि देव के प्रकट होने के बाद उन्हें ऐसे नहीं छोड़ा जा सकता।

मठ आने-जाने वालों को रोका जा रहा
उन्होंने मीडिया को बताया कि शनिवार की सुबह से ही श्री विद्यामठ आने वाले हमारे कर्मचारियों और भक्तों को रोका जा रहा है। सुबह पांच बजे और सात बजे की नियमित पूजा में कई लोग शामिल नहीं हो सके। उन्होंने फोन करके बताया कि उन्हें विद्यामठ आने से पुलिस रोक रही है।

हाउस अरेस्ट जैसी बात नहीं
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि हाउस अरेस्ट जैसी कोई बात नहीं है। पुलिस से इस तरह की कोई जानकारी मुझे नहीं दी गई है।


Jagruk Janta

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