डेनमार्क के लिए रवाना हुआ राजस्थान के 38 प्रगतिशील किसानों का दल— पशुपालन मंत्री सहित तीन मंत्री व अधिकारी भी हैं इस दल में

जयपुर। राज्य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 की बजट घोषणा के बिन्दु 124 के तहत किसानों की क्षमता वृद्धि के लिए नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम के तहत 38 प्रगतिशील किसानों का दल तीन मंत्रिगण के नेतृत्व में बुधवार को नई दिल्ली से डेनमार्क के कोपेनहेगन के लिए रवाना हुआ।

इस दल में पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान मंत्री श्री जोराराम कुमावत, पंचायती राज व ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री ओटा राम देवासी, पशुपालन राज्य मंत्री श्री जवाहर सिंह बेढम, किसान आयोग के अध्यक्ष श्री सी. आर. चौधरी, पशुपालन विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा, कृषि आयुक्त सुश्री चिन्मयी गोपाल, कृषि विपणन निदेशक श्री राजेश कुमार चौहान के साथ कृषि, उद्यानिकी एवं पशुपालन विभागों के 9 अधिकारी भी शामिल हैं। इस दौरे में भरतपुर, जोधपुर, भीलवाड़ा, सीकर व उदयपुर कृषि संभाग से 4-4 कृषक, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जालोर व कोटा कृषि संभाग से 3-3 तथा जयपुर कृषि संभाग से 6 किसान सहित कुल 38 किसान डेनमार्क के लिए रवाना हुए हैं। कृषक दल का प्रतिनिधित्व श्री जोराराम कुमावत कर रहे हैं।

श्री जोराराम कुमावत ने बताया कि राज्य के कृषकों की आय के मूल स्रोत कृषि, उद्यानिकी एवं पशुपालन के मद्देनजर प्रथम चरण में डेनमार्क का दौरा तय किया गया। इस दौरे में यह दल 12 अक्टूबर तक कृषि एवं डेयरी क्षेत्र में डेनमार्क में हो रहे नवाचारों की जानकारी प्राप्त करेगा। भ्रमण के दौरान इस दल की डेनमार्क के विभिन्न संगठनो के साथ बैठकें भी होंगी जिसमें कृषि और पशुपालन के क्षेत्र को बढ़ावा देने की जानकारियों को साझा किया जाएगा। भ्रमण दल द्वारा प्रतिदिन किये गए दौरे व बैठकों का सूक्ष्म विश्लेषण किया जाएगा तथा राज्य व देश के परिप्रेक्ष्य में स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल लाभदायक तकनीक व नीतियों को लागू करने की सिफारिश की जाएगी। यह दल 14 अक्टूबर को नई दिल्ली लौटेगा।

Date:

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

भाग्यश्री ने अपनी महिला मंडली संग किया जबरदस्त Dance, शेयर किया Video, देखे बिना नहीं रह पाएंगे आप

एक्ट्रेस भाग्यश्री ने अपने इंस्टाग्राम पर एक रील शेयर...

MPUAT बना कम्युनिटी रेडियो स्टेशन आरम्भ करने वाला प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय

डिजिटल युग में भी रेडियो की प्रासंगिकता: जैन रेडियो तनाव...