-नारायण उपाध्याय
बीकानेर@जागरूक जनता। “अंधेर नगरी चौपट राजा टके सेर भाजी टके सेर खाजा” कुछ ऐसी ही पंक्तियां बीकानेर शहर के लिए कहे तो बड़ी बात नही होगी,क्योंकि जिम्मेदारों की आंखों पर पट्टी बंधी हुई है कोई मरे तो उनको उससे क्या लेना, फूटे कर्म उनके जो उस रास्तों से गुजरे। ऐसे में भैया अगर आप सकुशल घर जाना चाहते है और जिंदगी के कुछ सुनहरे बंसत देखना चाहते है तो कैबिनेट मंत्री डॉ बी डी कल्ला के विधानसभा क्षेत्र में गजनेर रोड़ चुंगी चौकी के इस इलाके में संभलकर चलना क्योंकि यंहा पर भृष्टाचार के मायाजाल में सीवरेज लाइने खुदी है जो ना जाने कब आपको अंदर समा ले । अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि मंत्री कल्ला के विधानसभा क्षेत्र में जब भृष्टाचारियों का इतना बोल बाला है तो अन्य क्षेत्रों में स्थिति कितनी दयनीय होगी, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है।
इसका जीता जागता प्रमाण आज सुबह चुंगी चौकी गजनेर रोड़ स्थित भैरूजी मंदिर के पास वाली गली में देखने को मिला जंहा एडवोकेट जयदीप कुमार शर्मा के घर के आगे से निकल रही सिवरेज लाइन धंस गई और करीब दस फुट गहरा खड्डा हो गया । भाजपा युवा नेता मनोज जाजड़ा ने बताया मौहल्ले की मुख्य सड़क होने के कारण रात दिन इस सड़क से लोगो का आना जाना लगा रहता है गनीमत रही कि जिस समय यह सीवरेज धंसी उस समय दिन का समय था, वरना रात को कोई अनजान इस रास्ते से गुजरता तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था। जाजड़ा ने बताया भृष्ट सरकारी तंत्र की वजह से यह गड्ढा बड़े हादसे को न्यौता दे रहा है अगर उचित समय पर इसका समाधान नही किया गया तो किसी बड़ी जनहानि का कारण बन सकता है ।
कई महीनों से राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप जानलेवा गड्ढा बना जी का जंजाल
राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 15 के समीप एक बड़ा गड्ढा दांव पेंच में फंसा हुआ है । गजनेर रोड़ पुरानी चुंगी चौकी स्थित शिव मंदिर के पास गुजरने वाला नाला बीते कई महीनों से खुला पड़ा है । मंदिर के समीप निकलने वाली रोड़ जो कि नत्थूसर बास जाती है । इस रोड़ के बीचों बीच करीब 10 फुट गहराई व सात फुट चौड़ा गड्ढा एकदम खुला पड़ा है, यंहा के वाशिंदे इधर से गुजरने से बचते है,क्योंकि कई बार इस गड्ढे में मोहल्ले वासी गिरकर चोटिल हो चुके है । ऐसे में यह गड्ढा किसी अनजान की जान लेने के लिए काफी है । लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नही है। यही नही मंदिर के आगे नाला खुला पड़ा है जिससे मंदिर में आने जाने वाले दर्शनार्थियों महिलाओं व बच्चों के लिए बड़ा खतरा बना हुआ है । इस समस्या का पेंच मंदिर प्रबंधक की वजह से फंसा हुआ है जो नाले को पैक करवाने में आनाकानी कर रहा है जिसके चलते यंहा के वाशिन्दों की जान जोखिम में है । ऐसे में यूआईटी या नगर निगम कोन इसकी सुध लेगा यह समझ से परे है क्योंकि दोनों जिम्मेदार आंखों पर पट्टी बांधे हुए है ।
गौरतलब है, कुछ समय पहले सदर थाना इलाके में रात्रि को गड्ढे में गिरने से एक युवा असमय काल के मुंह मे समा गया था, लेकिन जिम्मेदार सबक लेने की बजाय आंख पर पट्टी बान्धे मूकदर्शक बने हुए है । आखिर ये जिम्मेदार क्या किसी और बड़े हादसे का इंतजार कर रहे है यह बड़ा सवाल है?? देखना यह होगा कि मंत्री डॉ कल्ला सहित जिला प्रशासन व नगर निगम इस पर क्या संज्ञान लेते है या फिर मूकदर्शक बने रहते है,यह देखने वाली बात होगी।