अफगानिस्तान पर कब्जा जमाने के बाद तालिबान का एक और तानाशाही रवैया सामने आया है। अफगानिस्तान में नई सरकार बनाने के बाद अब तालिबान ने महिला मामलों के मंत्रालय में महिलाओं की एंट्री पर रोक लगा दिया है। मंत्रालय के एक कर्मचारी ने कहा महिला मामलों के मंत्रालय वाले इमारत में केवल पुरुषों को जाने की इजाजत है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक कर्मचारी ने बताया कि चार महिलाओं को इमारत में प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिली। इसके बाद महिलाओं ने मंत्रालय के सामने ही सरकार के इस कदम का विरोध किया। बता दें कि 20 साल के बाद तालिबान ने एक बार फिर अफगानिस्तान पर अपना कब्जा जमा लिया है। तालिबान के मौजूदा रवैये को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि आतंकवादी समूह के इस शासन के तहत अफगान महिलाओं को अनिश्चित भविष्य का सामना करना पड़ सकता है।
वैसे भी तालिबान का असली चेहरा अभी तक कोई भूला नहीं है। पहले की सरकार में भी तालिबान अपना असली चेहरा दिखा चुका है। जिसमें महिलाएं बड़े पैमाने पर अपने घरों तक ही सीमित थीं। बता दें कि अमेरिका ने अपने सबसे लंबे युद्धों में से एक को समाप्त करते हुए अफगानिस्तान से अपने सैनिकों वापस बुला चुका है। हालांकि, पिछले महीने काबुल पर कब्जा जमाने के बाद पहली बार मीडिया से बात करते हुए तालिबान ने आश्वासन दिया था कि समूह इस्लाम के आधार पर महिलाओं को उनके अधिकार प्रदान करेगा। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि तालिबान इस्लाम के आधार पर महिलाओं को उनके अधिकार प्रदान करने के लिए प्रतिबंद्ध हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं स्वास्थ्य क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों में काम कर सकता हैं जहां उनकी जरूरत है। महिलाओं के खिलाफ कोई भेदभाव नहीं होगा।