- सभी लोग गोमय उत्पाद अपनाएं
- दस दिवसीय दुर्लभ गोबरिया महोत्सव का शुभारंभ
जयपुर। परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि राज्य सरकार गाय और गोवंश की रक्षा के लिए पूरा प्रयास कर रही है, तथा ग्राम स्तर पर राज्य सरकार नंदी शाला खोलने का निर्णय कर चुकी है, जो निश्चित ही गोवंश की रक्षा का साधन बनेगा। उन्होंने कहा कि गाय हमारे धर्म और संस्कृति का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है और गोमय उत्पादों के परिणामस्वरुप अब वह समाज के आर्थिक संबंल का भी पर्याय बन रहा है।
खाचरियावास शुक्रवार को गौनंदी सरंक्षण समिति की ओर से डीसीएम अजमेर रोड स्थित एक होटल में आयोजित दस दिवसीय दुर्लभ गोबरिया महोत्सव का शुभारंभ करते समय मुख्य अतिथि के रुप में बोल रहे थे। यह आयोजन नोहर भादरा के कृषि उपज मंडी सचिव पंडित विष्णु दत्त शर्मा के निर्देशन में हो रहा है जो 19 सितंबर अनंत चतुर्देशी तक जारी रहेगा।
कार्यक्रम की संयोजक पायल चांदना ने बताया कि गोबरिया गणेश महोत्सव के शुभ अवसर पर गोबर के गणेश बनाकर तथा अनन्त चतुर्दशी के दिन उन्हें जल में डुबोने के स्थान पर केवल मंत्रात्मक विसर्जन, पूजा एवं अर्चना का पवित्र कार्य किया जाएगा।
पंडित विष्णु दत्त शर्मा ने बताया कि भारतीय गोवंश में गोबर से निर्मित भगवान गणपति के भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को प्रकट छः भुजा युक्त मयूरेश्वर गणपति की मुख्य प्रतिमा के साथ भगवान गणपति के विविध स्वरूपों के दर्शन के साथ-साथ गोबर की लक्ष्मी, हनुमानजी, लड्डू गोपाल आदि के दर्शन का दुर्लभ अवसर का आनन्द श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा।
इस मौके पर स्थानीय पार्षद राजू अग्रवाल, पार्षद मनोज मुद्गल, गौनंदी सरंक्षण समिति के अध्यक्ष दुर्गेश शर्मा, वास्तुशास्त्री किशन शर्मा, शिवजी राम कुमावत, बाबुलाल कुमावत, नारायण यादव, धूप छांव फाउंडेशन की मीरा अग्रवाल, संजय गर्ग, देव अग्रवाल और भूमिका उपस्थित थे।