-नारायण उपाध्याय
बीकानेर@जागरूक जनता। लेडी सिंघम प्रीति चन्द्रा की टीम इतनी मजबूत और चाक चौबंद है जिसका अंदाजा रविवार को हुई घटना से पता चलता है । जंहा जिला स्पेशल सेल ( डीएसटी) व गंगाशहर थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने चीते की सी फुर्ती दिखाते हुए ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन शातिर बदमाशों को दबोचा है । पकड़े गए तीनो आरोपियों ने रविवार दिन में बीमारी व इमरजेंसी का झांसा देकर रुपयों की सख्त जरूरत बताते हुये OPPO कंपनी के नाम पर नकली मोबाइल देकर गंगाशहर निवासी 18 वर्षीय जयनारायण जाट को अपना शिकार बनाकर मोबाइल के बदले 8 हजार की ठगी की थी । वारदात को अंजाम देकर तीनो आरोपी उस इलाके से रफ्फूचक्कर हो गए । इधर परिवादी जयनारायण ने जब मोबाइल के अंदर सिम डाली तो पता चला कि उसके साथ ठगी हुई है, हाथ मे जो मोबाइल है वो नकली है । इस पर परिवादी जयनारायण ने तुरंत गंगाशहर थाने में अपने साथ ठगी होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई । जिस पर पुलिस ने डीएसटी को शहर में ठगी के गिरोह की एंट्री की इत्तला दी, इस पर डीएसटी टीम प्रभारी सुभाष बिजारणियां हरकत में आये और अपनी टीम को ग्राउंड जीरो पर उतार दिया। साथ ही गंगाशहर पुलिस व डीएसटी की संयुक्त टीम ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और धर्मशालाओं, मार्केट, चाय की दुकानों, रेस्तरां पर आरोपियों की तलाश की और आखिरकार डीएसटी पुलिस व गंगाशहर थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में तीनों आरोपी धरे गए । पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ठगी की राशि 8 हजार सहित 28 मोबाईल जब्त किए है ।
यह है घटना….
गंगाशहर थानाधिकारी राणीदान उज्ज्वल ने बताया कि 4 सितंबर रविवार को बाल बाडी स्कुल के पिछे नोखा रोड निवासी परिवादी 18 वर्षीय जयनारायण पुत्र गोपालराम जाट ने गंगाशहर थाने में परिवाद दर्ज करवाया कि उसके साथ तीन अज्ञात व्यक्तियों ने ठगी की वारदात को अंजाम दिया है । परिवादी ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि वह रविवार दिन में दोपहर करीब 1:30 बजे चाय की दुकान पर बैठा था, इस दरम्यान उसके पास एमपी के बताने वाले तीन व्यक्ति बैठे थे, उन्होंने अपने पास रुपये खत्म होने की परेशानी बताई और कहा कि हमे रुपयों की सख्त आवश्यकता है । परिवादी ने बताया उन तीनों ने अपने पास रखे ओपो मोबाइल के बदले 10 हजार की मांग की, बदले में मोबाइल को बिल सहित सौंपने की बात कही तो उसने मोबाइल 8 हजार में खरीद लिया । इस दौरान आरोपियों ने एक बिल सतोष चोहान के नाम से भी दिखाया था एव अपना आधार कार्ड भी दिखाया था जिसमे एक नाम संतोष चौहान पिता का नाम सेरु चौहान दुसरे का नाम लखन अनिल मोहन बेलदार तीसरे का नाम लखन पुत्र बबलु निवासी एमपी के थे । तीनों व्यक्तियों के जाने के बाद उसने मोबाइल में सीम डाली। उसके उपरांत मोबाइल नही चलने पर मोबाइल की दुकान पर ले जाकर चेक करवाया तो पता चला की यह OPPO कपनी का मोबाइल नहीं है । उसके साथ ठगी हुई है और मोबाइल नकली है । परिवादी की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल ईशवर सिंह सउनि को दी गई ।
गैंग को दबोचने के पुलिस हुई अलर्ट
शहर में अंतरराज्यीय गिरोह की एंट्री पर जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा के निर्देशन में एडिशनल एसपी सिटी शैलेन्द्र सिह सिह इन्दौलिया के निकट सुपरविजन में गंगाशहर थानाधिकारी राणीदान उज्ज्वल, डीएसटी प्रभारी सुभाष बिजारणियां मय टीम में रामकरण सिह, ईश्वर सिंह सउनि, एचसी अब्दुल सतार,कानदान सान्धु, दीपक यादव,कानि वासुदेव, दिलीप सिह, सवाईसिंह व पुनमचन्द डीआर को शामिल कर एक विशेष टीम गठित की गई ।
टीम ने परिवादी द्वारा बताये गए हुलिये के अनुसार गंगाशहर थाना क्षेत्र में तलाश प्रारम्भ की, इस दौरान पुलिस टीम ने गंगाशहर क्षेत्र में 30 से ज्यादा व्यक्तियों से पुछताछ की गई । इलाके के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया । पुलिस टीम द्वारा चाय की दुकान मेडिकल दुकान , किराणों की दुकान , जूस की दुकान , बस स्टैण्ड टेक्सी स्टैण्ड पर संदिग्ध लोगों के बारे में पुछताछ की गई। इस दरम्यान पुलिस टीम ने तीन संदिग्ध लोगों को दबोचकर कड़ी पूछताछ की तो वे सन्तोष जनक जवाब नहीं दे पाये । जिस पर तीनों संदिग्धों से गहनता से पुछताछ कर तलाशी ली गई तो उन्होने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया । पुलिस को उनकी तलाशी से 30,000 रुपये नगद मिले व आरोपियों की निशानदेही पर शिव वैली में एक स्थान पर 28 मोबाईल मोबाईल व परिवादी जयनारायण से ली गई 8,000 रुपये राशी जो झाडियों में छुपा रखी थी को पुलिस ने जब्त कर लिया ।
इमरजेंसी का बहाना बताकर मोबाइल के नाम पर ठगी
पुलिस टीम द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर गहनता से पुछताछ करने पर सामने आया कि ये गैंग मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र के लड़के आपस में मिलकर चलाते हैं । ये डुप्लीकेट मोबाईल व बिल बुक, रबङ स्टाम्प इत्यादी अपने पास रखते है । ये मोटरसाईकिल , टेक्सी व प्राईवेट साधनों से एक स्थान से दुसरे स्थान से घुमते हैं व किराणे की दुकानें , मेडिकल दुकान , जूस की दुकाने , बस स्टैण्ड इत्यादी पर जाकर लोगों से अपनी बीमारी या इमरजेंसी बताकर अपने पास रुपये नहीं होने की व सख्त जरूरत बताकर अपना मोबाईल लोगों को खरीदने का आग्रह करते हैं व अपना आधार कार्ड व मोबाईल का जो मुल्जिम के स्वयं के नाम का 15-20 दिन पुराना कटा हुआ बिल दिखाते व लोगों को झांसे में ले लेते व मोबाईल को सस्ते दामों में बेच कर तुरन्त वहां से चले जाते । इस तरह से ठगी की वारदाते राजस्थान के कई जिलों में कर चुके हैं । पुलिस पकड़े गए आरोपियों से गहनता से पुछताछ कर रही है जिससे अन्य वारदातें खुलने की संभावना है ।
पकड़े गए आरोपियों की यह पहचान
लखन पुत्र बबलु जाति बेलदार उम्र 25 साल निवासी जामनिया खुर्द इन्दोर एमपी, अनिल मोहन बेलदार पुत्र मोहन जाति बेलदार उम्र 26 साल निवासी धानोरा जलगांव महाराष्ट्र, सन्तोष चोहान पुत्र शेरु चोहान जाति बेलदार उम्र 23 साल निवासी बोरगाव बुरहानपुर एमपी के रूप में हुई है ।