हंगामे में डूब जाएगा संसद का बचा मॉनसून सत्र! विपक्ष की बैठक से मिल रहे संकेत

नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र का आधा से अधिक समय बीत चुका है और इस दौरान ज्यादातर समय हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही बाधित ही रही। 19 जुलाई से जारी मॉनसून सत्र का ज्यादातर समय बर्बाद ही हुआ है, क्योंकि पेगासस जासूसी कांड से लेकर किसानों के मुद्दे को लेकर सरकार और विपक्ष में तकरार जारी है। मोदी सरकार को घेरने के लिए विपक्ष की जो रणनीति दिख रही है, उससे यह लग रहा है कि संसद का बचा हुआ मॉनसून सत्र भी पूरी तरह से हंगामे में डूब जाएगा। शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी नेताओं ने संसद की शेष अवधि के लिए रणनीति पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने संसद की शेष अवधि में मोदी सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में विपक्ष ने अपनी धार तेज करने की कोशिशों पर चर्चा की और माना जा रहा है कि संसद में पेगासस समेत अन्य मुद्दों पर विपक्ष चर्चा की मांग करता रहेगा। इसके अलावा, सभी विपक्षी दल आज जंतर मंतर पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। विपक्ष के नेता और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह जानकारी दी। बता दें कि विपक्ष पेगासस जासूसी कांड पर सदन में चर्चा कराना चाहता है और कृषि कानूनों की वापसी पर अड़ा है।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज एएनआई से बात करते हुए कहा कि कृषि कानूनों को निरस्त करने की किसानों की मांग का समर्थन करने के लिए सभी विपक्षी दल आज जंतर-मंतर जाएंगे और इसमें राहुल गांधी भी शामिल होंगे। बता दें कि इससे एक दिन पहले युवा कांग्रेस के सदस्यों ने दिल्ली में ईंधन की कीमतों में वृद्धि और पेगासस जासूसी कांड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

गुरुवार को युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोजगार पर अपना वादा पूरा नहीं करने के लिए हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘पीएम मोदी रोजगार पर एक शब्द भी नहीं बोलते हैं। पिछले 7 वर्षों में 12 करोड़ युवाओं को नौकरी नहीं मिली, जैसा कि उन्होंने वादा किया था। सदन में विपक्ष तख्तियों के साथ खड़ा है, लेकिन केवल एक चीज है जो लोकसभा टीवी पर दिखाई दे रहा है वह यह कि भाजपा सांसद बात कर रहे हैं। सदन की सच्चाई छिपी हुई है।

गौरतलब है कि किसानों के विरोध, पेगासस जासूसी कांड, कोविड-19 और महंगाई समेत कई मुद्दों पर विपक्ष द्वारा लगातार किए जा रहे हंगामे से संसद के दोनों सदनों का कामकाज बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मॉनसून सत्र 19 जुलाई को शुरू हुआ और 13 अगस्त तक चलेगा। बीते दिनों रिपोर्ट आई थी कि संसद के मॉनसून सत्र में पेगासस जासूसी कांड को लेकर हंगामे की वजह से आम जनता यानी टैक्सपेयर्स के 130 करोड़ से अधिक रुपए बर्बाद हुए हैं।

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