अत्याधुनिक सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट व डंपिंग यार्ड का महापौर ने किया औचक निरीक्षण, पाई कमियां दिए सख्त निर्देश

बीकानेर@जागरूक जनता। नगर निगम बीकानेर महापौर आज बिना किसी पूर्व सूचना के औचक निरीक्षण पर रहीं। दोपहर 12 बजे वल्लभ गार्डन पहुंची महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने वल्लभ गार्डन फ्लाईओवर के पास डंपिंग यार्ड की तरफ जा रहे ट्रैक्टर ट्रालियों को रोककर उनमें लाए गए कचरे को देखा तो हकीकत सामने आई। ट्रैक्टर ट्रॉली का भुगतान ट्रिप पर होने के कारण लगभग सभी ट्रॉली में क्षमता से अत्यधिक कम कचरा पाया गया। किसी किसी ट्रॉली में तो मात्र एक पुराना कूलर और कुछ सूखे पेड़ का कचरा मिला । नाराज महापौर ने ट्रैक्टर  ट्रॉली की पर्ची काट रहे कर्मचारी की जमकर खिंचाई की। मौके पर बुलाए गए स्वास्थ्य अधिकारी को भी सख्त निर्देश दिए गए । जिसके बाद ट्रॉली को बिना पर्ची काटे पुनः वार्ड से कचरा लाने भेज दिया गया। महापौर ने मौजूद सभी कर्मचारियों को सक्रियता से ट्रैक्टर ट्रॉली की जांच करने के भी निर्देश दिए गए। मौजूद कर्मचारी ने महापौर को बताया की ट्रैक्टर ट्रॉली वाले वार्ड से कचरा न लेकर सिर्फ थोड़ा सा कचरा उठाते हैं और वार्ड से बाहर रूट के किसी अन्यत्र स्थान से मिट्टी एवं अन्य समान डालकर ले आते हैं जिससे वार्ड में ट्रैक्टर ट्रॉली प्रभावी रूप से मिट्टी एवं शिल्ट नही उठा रही। महापौर सुशीला कंवर के सोशल मीडिया पर लाइव चल रहे कैमरे ने सब रिकॉर्ड कर लिया। इस पर महापौर ने स्वास्थ्य अधिकारी ओम जावा को सख्ती से सभी ट्रैक्टर ट्रॉली की जांच के निर्देश दिए।

*महापौर ने जानी एसटीपी की पूरी प्रक्रिया*

वल्लभ गार्डन डंपिंग यार्ड से पहले 140 करोड़ की लागत से बन रहे प्रदेश के सबसे अत्याधुनिक सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने पहुंची महापौर ने निर्माणाधीन प्लांट की प्रगति तथा पूरे प्लांट की प्रक्रिया को प्लांट इंजीनियर तथा निगम के अधिकारियों के साथ देखा। महापौर ने सभी मशीनरी तथा प्रक्रिया को समझते हुए ट्रीटेड पानी की गुणवत्ता जांचने के लिए प्लांट में स्थित लैब भी देखी। गौरतलब हैं की पूर्णतया आधुनिक तकनीकी से युक्त इस प्लांट में प्रतिदिन 4 करोड़ लीटर सिवरेज का गंदा पानी ट्रीट होकर खेती के काम लिया जा सकता है। हाल ही में नगर निगम द्वारा शोधित पानी का कुछ हिस्सा न्यावेली पावर प्लांट को दिया जाएगा एवं बाकी के पानी के लिए अभिरुचि आमंत्रित कर पानी को बेचा जाएगा, जिससे नगर निगम को अनुमानित 15-20 लाख रुपए प्रतिमाह की राजस्व प्राप्ति होगी। महापौर ने अधिकारियों को प्लांट का कार्य जल्द पूरा करवाने तथा प्लांट के पास वृहद स्तर पर वृक्षारोपण करवाने के निर्देश दिए।

*घर-घर कचरा संग्रहण व्यवस्था पर महापौर ने जांचा कचरे का वजन*

महापौर ने डंपिंग यार्ड के पास स्थित घर घर कचरा संग्रहण वजन कांटा पर आ रहे कचरा वाहनों का वजन जांचा तथा व्यवस्था के शुरू से अब तक के कचरा संग्रहण का विश्लेषण किया। महापौर ने जांच में पाया की संग्रहित कचरे का वजन दिन प्रतिदिन बढ़ते हुए 205 टन प्रतिदिन तक आ गया है। नगर निगम का आंकलन 300 टन कचरा प्रतिदिन का है। ऐसे में संवेदक द्वारा 70% कचरा संग्रहण किया जा रहा है। ज्ञात रहे की निविदा शर्तों के अनुसार वर्तमान में संवेदक द्वारा 110 वाहनों की सहायता से कचरा संग्रहण किया जा रहा है । आगामी दिनों में 160 से भी अधिक वाहनों से संग्रहण किया जाएगा जिससे शत प्रतिशत कचरा संग्रहण सुनिश्चित हो पाएगा।

*समय पर पूर्ण हो एमआरएफ सेंटर का कार्य – महापौर*

महापौर ने इसके बाद डंपिंग यार्ड से आगे निर्माणाधीन एमआरएफ सेंटर कचरा निस्तारण केंद्र का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया की प्रथम चरण में एमआरएफ सेंटर की बिल्डिंग का कार्य किया जा रहा है। जिसके बाद दूसरे चरण में इस हेतु मशीनरी लगाए जाएगी । जिसके बाद शहर से संग्रहित कचरे को पूर्ण निस्तारण किया जा सकेगा। एमआरएफ सेंटर में गीले कचरे से खाद तथा सूखे कचरे को पृथक्करण कर 16 अलग अलग श्रेणियों में पृथक किया जायेगा । नगर निगम द्वारा बजट 2021-22 में प्लास्टिक वेस्ट तथा मलबे से रिड्यूस, रियूज तथा रीसाइकल 3आर कॉन्सेप्ट के साथ पेवर ब्लॉक बनाने की घोषणा की जा चुकी हैं । ऐसे में शहर से संग्रहित समस्त कचरे का निपटान किया जा सकेगा।

*डंपिंग यार्ड की होगी चारदीवारी और बनेगी सड़क*

महापौर ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों से पूर्व में दिए गए डंपिंग यार्ड की चारदीवारी के यू ओ नोट की स्थित जानी। अधिकारियों ने बताया की चारदीवारी के लिए एस्टीमेट तैयार कर लिया गया है। जल्द ही प्रक्रिया पूरी कर निविदा जारी कर दी जाएगी । साथ ही महापौर ने जोहड़बीड़ तक यथासंभव सड़क बनाने के भी निर्देश दिए ताकि मार्ग पर आ रहे ट्रैक्टर ट्रॉली , कचरा संग्रहण वाहन तथा आमजन को हो रही समस्याओं का निदान हो। महापौर ने संवेदक बीकानेर वेस्ट केयर को मार्ग पर आ रहे डंपिंग यार्ड के कचरे को हटाने के भी निर्देश दिए तथा डंपिंग यार्ड पर गार्ड लगाने को कहा ताकि गौवंश को प्लास्टिक खाने से बचाया जा सके।

महापौर ने बताया की लगातार आमजन एवं अधिकारियों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर आज सभी निरीक्षण लिए गए। ट्रैक्टर ट्रॉली के संबंध में कम कचरा उठाने, बिना कचरा खाली किए ट्रॉली वापस लाने आदि कई शिकायतें प्राप्त की जा रही थी। इस पर आज औचक निरीक्षण कर हकीकत देखी गई है। मौके पर अधिकारियों को बुला कर साख निर्देश दिए गए हैं । जल्द ही इस बारे में निर्णय लेकर निगम राजस्व को हो रही हानि से बचाया जाएगा। साथ ही निर्माणाधीन एसटीपी प्लांट तथा में सेंटर का भी निरीक्षण किया गया। अधिकारियों को दोनो कार्य समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।
घर घर कचरा संग्रहण की नई व्यवस्था एवं संग्रहिंत कचरे के वजन पर भी विस्तार से विश्लेषण किया गया है। नई व्यवस्था को शुरू हुए अभी 18 दिन हुए है। जिसमे शुरू में 150 टन से लेकर आज 210 टन कचरा संग्रहण किया गया है। धीरे धीरे संग्रहण बढ़ रहा है । जो की एक सकारात्मक बदलाव है । हम सभी को जरूरत है की इस व्यवस्था में अपना सहयोग दें कचरा सिर्फ कचरा संग्रहण वाहन में ही डालें ताकि शहर को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाया जा सके।

इस अवसर पर नगर निगम अधिशाषी अभियंता पवन बंसल, सहायक अभियंता संजय ठोलिया,यांत्रिक अभियंता उपेंद्र मीणा, स्वास्थ्य अधिकारी ओम जावा, कनिष्ठ अभियंता संजीव दुबे तथा निगम के आला अधिकारी मौजूद रहे।

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